ग्राम पंचायत सोंठी में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप: सचिव और पूर्व सरपंच पर उंगली, पर जांच अब तक शुरू नहीं – क्या राजनीतिक दबाव है कारण?

सक्ती (छत्तीसगढ़)। जनपद पंचायत सक्ती के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सोंठी एक बार फिर सवालों के घेरे में है। लाखों रुपये की राशि आहरित होने के बावजूद निर्माण कार्यों की शुरुआत तक नहीं होने पर अब पंचायत के पंचों ने खुलकर आवाज बुलंद की है। पंचायत सचिव रामनारायण सिदार और पूर्व सरपंच चंचला दीपक पर गंभीर अनियमितताओं के आरोप लगाते हुए, ग्रामीणों ने इस पूरे मामले में निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।

### सचिव 10 साल से एक ही पंचायत में पदस्थ ? उठे सवाल

पंचों ने बताया कि सचिव रामनारायण सिदार पिछले 10 वर्षों से लगातार सोंठी पंचायत में ही पदस्थ हैं। यह नियमों का सीधा उल्लंघन है और इसी लंबे कार्यकाल के दौरान पूर्व सरपंच के साथ मिलकर लाखों की राशि आहरित कर कई योजनाओं को कागजों में ही सीमित कर दिया गया है।

### 2 जून को सौंपा गया था ज्ञापन,अब तक जांच शुरू नहीं

2 जून को दर्जन भर से अधिक पंचों ने जिला पंचायत सीईओ को ज्ञापन सौंपा था, जिसमें छह निर्माण कार्यों में भारी गड़बड़ी की शिकायत की गई थी। लेकिन, हैरानी की बात है कि एक महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी न तो जांच टीम का गठन हुआ, न ही पंचायत स्तर पर कोई प्रशासनिक जांच पहुंची।

इस पर नाराज उपसरपंच मुकेश डेन्सिल ने जनपद सीईओ से संपर्क किया, जिन्होंने स्पष्ट किया कि उन्हें जिला पंचायत से अब तक कोई पत्र या निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है। ऐसे में उपसरपंच ने यह सवाल उठाया कि ? क्या पंचों का आवेदन जानबूझकर गायब किया गया है? क्या यह प्रशासनिक लापरवाही है या फिर किसी राजनीतिक हस्तक्षेप का परिणाम?

### 11 जुलाई को कलेक्टर के समक्ष दोबारा प्रस्तुत हुए पंच

आवेदन की अनदेखी से नाराज पंचों ने 11 जुलाई को पुनः कलेक्टर से मिलकर पूरे मामले की गंभीरता से जांच कराने की मांग की है। पंचों का कहना है कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो वे धरना प्रदर्शन से लेकर उच्च न्यायालय तक दरवाजा खटखटाने से भी पीछे नहीं हटेंगे।

## विवादित निर्माण कार्य और आहरित राशि का ब्यौरा:

1. कैली तालाब से घूमा तालाब तक पाइपलाइन विस्तार₹1.60 लाख

2. भगतराम घर से कांजी हाउस तक सीसी रोड₹1.04 लाख

3. सेवा सहकारी समिति से नेतराम घर तक सीसी रोड ₹2.80 लाख

4. गणपत घर के पास छतदार चबूतरा निर्माण₹1 लाख

5. राधा कृष्ण मंदिर एवं जैतखाम के पास वाटर कूलर स्थापना ₹80 हजार

6. स्वच्छ भारत मिशन के तहत सेग्रीगेशन शेड निर्माण ₹2.49 लाख

👉 कुल आहरित राशि: ₹10.73 लाख

### अन्य निर्माण कार्यों पर भी उठे सवाल:

* कांजी हाउस के पास सामुदायिक भवन₹8.80 लाख आहरित, कार्य अधूरा।

* टिन शेड निर्माण₹80 हजार की राशि निकाली गई, जिसे 15 दिन में पूर्ण कराने की मांग।

## विकास कार्यों के अभाव में ग्रामीणों में आक्रोश

ग्रामीणों का कहना है कि योजनाओं की सिर्फ फाइलें बनीं, जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं हुआ। ऐसे में गांव की मूलभूत जरूरतें अधूरी हैं और विकास कार्य ठप हैं। पंचों की यह भी मांग है कि दोषियों से राशि वसूली कर पुनः पंचायत के खाते में जमा कराई जाए और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।

## क्या जिला पंचायत की कार्यप्रणाली पर उठते हैं सवाल?

ज्ञापन के गायब होने की आशंका और एक महीने तक कोई जवाब न आना जिला पंचायत की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता है। क्या सच्चाई सामने आने से पहले ही उसे दबा दिया गया? क्या स्थानीय प्रशासन की चुप्पी भ्रष्टाचार को संरक्षण दे रही है?

###*जनता की मांग:

* निष्पक्ष जांच टीम गठित हो।

* आहरित राशि का लेखा-जोखा सार्वजनिक किया जाए।

* दोषियों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही हो।

* जांच प्रक्रिया में देरी करने वाले अधिकारियों को हटाया जाए।

अब निगाहें जिला प्रशासन और कलेक्टर पर हैं कि वे इस मामले में कितनी तत्परता और निष्पक्षता से कार्यवाही करते हैं। ग्रामीणों का विश्वास तभी लौटेगा जब सच्चाई सामने आकर दोषियों को सजा मिलेगी।

Cutiupdate के लिए समीर खूंटे की रिपोर्ट...