उत्तर पश्चिम रेलवे ऑटोमोबाइल व ऑटोमोटिव पार्ट्स के परिवहन में निभा रहा महत्वपूर्ण भूमिका

उत्तर पश्चिम रेलवे ऑटोमोबाइल व ऑटोमोटिव पार्ट्स के परिवहन में निभा रहा महत्वपूर्ण भूमिका

बीकानेर रेलवे वर्कशॉप में हो रहा परिवहन के लिए प्रयोग होने वाले वैगनो का आवधिक रखरखाव

भारतीय रेलवे ने भारत में कुल कार उत्पादन में कार परिवहन का अपना हिस्सा लगभग 20 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। रेलवे द्वारा बोगी कवर ऑटो कार बाई-लेवल ( बीसीएसीबीएम) जैसे नए और आधुनिक वैगन को शामिल करने से कार परिवहन को बढ़ाने में मदद मिली है।

उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशि किरण के अनुसार बीसीएसीबीएम एक एडजेस्टेबल डेक ( एसयूवी परिवहन के लिए) के साथ विशेष डबल डेकर रेलवे वैगन है जो ऑटोमोबाइल और आटोमोटिव पार्ट्स के परिवहन के लिए डिजाइन किए गए हैं। उत्तर पश्चिम रेलवे इस मिशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। वर्तमान में संपूर्ण भारतीय रेलवे में जगाधरी वर्कशॉप के अलावा उत्तर पश्चिम रेलवे का बीकानेर वर्कशॉप एकमात्र वर्कशॉप है जिसने बीसीएसीबीएम वैगन रैक का आवधिक रखरखाव (पीओएच) किया है। अभी तक कुल 3 रैक का पीओएच बीकानेर वर्कशॉप द्वारा किया जा चुका है।

बीसीएसीबीएम वैगन के प्रत्येक रैक में 27 वैगन होते है जिनकी परिवहन क्षमता 318 कार या 135 एसयूवी होती है। इससे उत्तर पश्चिम रेलवे के लिए नया क्षेत्र खुल गया है क्योंकि यह निजी ऑपरेटरों से ऐसे रैको के रखरखाव के लिए राजस्व अर्जित कर रहा है। इस वर्ष में बीकानेर कार्यशाला द्वारा और अधिक रैक ओवरहॉलिंग किए जाएंगे जिससे राजस्व में वृद्धि के साथ कार परिवहन में भी वृद्धि होगी।