पहले सीनियर अब्दुल्ला अब CM बेटे ने की वंदे भारत की सवारी; श्रीनगर से पहुंचे कटरा, लिखा...

पहले सीनियर अब्दुल्ला अब CM बेटे ने की वंदे भारत की सवारी; श्रीनगर से पहुंचे कटरा, लिखा...

यह रेल परियोजना 272 किलोमीटर लंबी है, जिसका निर्माण लगभग 43,780 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है, जिसमें 36 सुरंगें (119 किलोमीटर तक फैली हुई) और 943 पुल शामिल हैं।

जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पारंपरिक यात्रा के साधनों की जगह आज (गुरुवार, 19 जून को) सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन सेवा को चुनते हुए वंदे भारत एक्सप्रेस से श्रीनगर से कटरा तक की यात्रा की। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ उनके पिता डॉ. फारूक अब्दुल्ला भी थे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। अधिकारियों ने बताया कि कटरा पहुंचने पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। श्रीनगर से कटरा के बीच वंदे भारत ट्रेन का हाल ही में उद्घाटन हुआ है।

अपनी यात्रा के दौरान सीएम अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया एक्स पर ट्रेन के अंदर बैठी तस्वीरें और 20 सेकंड का एक वीडियो क्लिप साझा करते हुए लिखा, "जम्मू जाने का समय आ गया है।" इस पोस्ट में उन्होंने ट्रेन की खिड़की के पास बैठे हुए और पृष्ठभूमि में वंदे भारत के आधुनिक इंटीरियर के साथ अपनी तस्वीरें साझा कीं।

पिछले दिनों फारूक अब्दुल्ला ने की थी सवारी

अपनी सुविधा, गति और आधुनिक सुविधाओं के लिए जानी जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस भारत के विस्तारित रेलवे आधुनिकीकरण का प्रतीक है। उनसे पहले पिछले हफ्ते उनके पिता फारूक अब्दुल्ला ने 10 जून को श्रीनगर से कटरा तक ट्रेन से यात्रा की थी। तब उन्होंने कहा था कि वह यह देखकर अभिभूत हैं कि कश्मीर अंततः देश के रेल नेटवर्क से जुड़ गया है।

फारूक अब्दुल्ला ने तब वंदे भारत ट्रेन में यात्रा की थी और कटरा में मां वैष्णो देवी मंदिर में मत्था टेका था। उन्होंने कहा था कि माता वैष्णो देवी मंदिर में 'अच्छे दर्शन' किए और क्षेत्र में समृद्धि और भाईचारे के लिए प्रार्थना की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 6 जून को अपनी जम्मू-कश्मीर यात्रा के दौरान श्री माता वैष्णो देवी कटरा-श्रीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का उद्घाटन किया था।

अगले 10 दिनों के लिए बुकिंग फुल

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, हाल ही में शुरू की गई कटरा-श्रीनगर मार्ग पर चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रियों की भारी मांग देखी जा रही है और अगले 10 दिनों के लिए बुकिंग फुल हो गई है। गौरतलब है कि चिनाब नदी पर बना यह पुल दुनिया का सबसे ऊंचा पुल है और भारतीय रेलवे के लिए एक मील का पत्थर है, जिसे कई उतार-चढ़ावों के बाद एक कठिन इलाके में पूरा किया गया। यह कश्मीर को जम्मू और पूरे देश से रेल के जरिए जोड़ता है।