उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज की पैथ लैब में ऑटोमेटेड ब्लड कल्चर सिस्टम का उद्घाटन

स्वास्थ्य सेवाओं का आधुनिकीकरण: केंद्रीय चिकित्सालय उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज की पैथ लैब में ऑटोमेटेड ब्लड कल्चर सिस्टम का उद्घाटन

रेलवे कर्मचारियों एवं उनके आश्रितों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, उत्तर मध्य रेलवे, प्रयागराज के केंद्रीय चिकित्सालय के माइक्रोबायोलॉजी एवं पैथोलॉजी विभाग में आज अत्याधुनिक ऑटोमेटेड ब्लड कल्चर सिस्टम (BACT/Alert 3D) का उद्घाटन किया गया। यह प्रणाली फ्रांस की कंपनी BIOM RIEUX द्वारा निर्मित है और रक्त संक्रमण की त्वरित, सटीक एवं प्रभावी पहचान में अत्यंत उपयोगी सिद्ध होती है।

इस प्रणाली का उद्घाटन उत्तर मध्य रेलवे के प्रधान मुख्य चिकित्सा निदेशक डॉ. हिमांशु मंडल द्वारा किया गया। अपने संबोधन में उन्होंने रेलवे कर्मचारियों एवं उनके परिजनों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रति एनसीआर की प्रतिबद्धता को दोहराया। इस उद्घाटन कार्यक्रम में डॉ. एस. के. हंडू चिकित्सा निदेशक केंद्रीय चिकित्सालय, डॉ. प्रकाश मुर्मू अपर मुख्य चिकित्सा निदेशक, डॉ. (श्रीमती) तुलिका मिश्रा अपर मुख्य चिकित्सा निदेशक, डॉ. उषा एस.पी. यादव अपर मुख्य स्वास्थ्य निदेशक सहित अन्य चिकित्सकगण एवं पैरामेडिकल स्टाफ उपस्थित रहे।

यह प्रणाली एक साथ 120 कल्चर नमूनों की जांच करने में सक्षम है, जो व्यस्त अस्पतालों के लिए अत्यंत उपयोगी है। यह प्रणाली बैक्टीरिया, फंगस एवं माइकोबैक्टीरिया सहित विभिन्न प्रकार के सूक्ष्मजीवों की वृद्धि के लिए उत्तम वातावरण प्रदान करती है।

BACT/ALERT 3D यह सभी सुविधाएं एक ही अत्याधुनिक, कॉम्पैक्ट, मॉड्यूलर एवं लचीले प्लेटफॉर्म में प्रदान करता है। जब प्रयोगशालाएं अधिक कार्यभार, कम समय में रिपोर्ट देने की अपेक्षा और सीमित संसाधनों के प्रभावी उपयोग जैसी चुनौतियों का सामना कर रही हैं, तब यह आवश्यक हो गया है कि प्रयोगशाला की कार्यप्रणाली स्केलेबल, कुशल और स्मार्ट हो ? और यह प्रणाली इन सभी आवश्यकताओं को पूर्ण रूप से पूरा करती है।

डॉ. हिमांशु मंडल, प्रधान मुख्य चिकित्सा निदेशक ने कहा, "हम अपने कर्मचारियों और उनके आश्रितों के स्वास्थ्य एवं कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं। इस ऑटोमेटेड ब्लड कल्चर सिस्टम की शुरुआत से हम रक्त संक्रमणों की पहचान में बहुमूल्य समय की बचत कर सकेंगे और उपचार के परिणामों में सुधार होगा। यह रेलवे की स्वास्थ्य सेवाओं के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।उन्होंने यह भी कहा कि रोगों की समय पर पहचान और नियंत्रण में आधुनिक चिकित्सा उपकरणों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।"

डॉ. उषा एस.पी. यादव, अपर मुख्य स्वास्थ्य निदेशक के नेतृत्व में उद्घाटन कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य प्रयोगशाला अधीक्षक शिव सागर साव, प्रयोगशाला अधीक्षक उमेश कुमार भारती एवं सभी प्रयोगशाला कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है I इस प्रणाली की सफल स्थापना सभी विभागों के समन्वित प्रयास का परिणाम है। उद्घाटन कार्यक्रम में सभी चिकित्सकगण, तकनीकी स्टाफ एवं अन्य अस्पताल कर्मियों की सक्रिय उपस्थिति रही, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि एनसीआर चिकित्सा क्षेत्र में एकजुट होकर कार्य कर रहा है।