भाई एक घुट मुझे भी पिला दे यार, पैन कार्ड नही है

बैकुण्ठपुर। (होली समाचार) अगर आप ठेके पर जाते हैं और कैश निकालकर बोलते हैं, "भाई, एक बोतल दो," तो अब जवाब मिलेगा- "पहले पैन कार्ड दिखाओ!" जी हां, सरकार के नए नियम के मुताबिक, शराब खरीदने के लिए अब पैन कार्ड अनिवार्य हो सकता है। यानी दारू के लिए भी अब 'आधिकारिक पहचान' जरूरी ।
क्या होगा असर?
? जो दोस्त अभी तक "भाई, तू ले आ, पैसे मैं दे दूंगा" वाली स्कीम पर चल रहे थे, उनका खेल खत्म!
? "शादी में दारू फ्री मिलेगी"- इसका भी अकाउंट बनेगा!
? नकली नाम से ठेके पर जाने वाले अब पकड़े जाएंगे- "अरे, तू रमेश है? पैन कार्ड पर तो सुरेश लिखा है!"
? ठेके पर अब दो लाइन लगेंगी-एक "दारू लेने वालों" की, दूसरी "पैन कार्ड भूलने वालों" की।
जिनके पास पैन कार्ड नहीं, उनका क्या होगा?
? अब ठेके के बाहर आपको नए जुमले सुनने को मिलेंगे- "भाई, एक पेग पिला दे, पैन कार्ड नहीं है!"
? "अबे, दारू का भी जीएसटी कटेगा क्या?"- इस तरह के मीम्स भी वायरल होंगे।
? लोग पैन कार्ड जेब में रखना भूल सकते हैं, पर अब से वॉलेट में उसकी एक फुलटाइम सीट पक्की हो जाएगी।
सरकार का कहना है कि यह नियम अवैध शराब बिक्री रोकने और टैक्स चोरी पकड़ने के लिए लाया जा रहा है। मगर जनता कह रही है- "अब दारू खरीदना भी बैंक लोन लेने जितना मुश्किल हो गया!"
अब ठेके से बोतल लानी हो, तो पहले पैन कार्ड संभालो ! वरना दोस्तों से "भाई, बस एक घूंट दिलवा दे" कहते रह जाओगे !