लेह में शहीद हुए नायब सूबेदार सुनील कुमार के 11 वर्षिय पुत्र ने दी मुखाग्नि

संकिसा।थाना मेरापुर क्षेत्र के गांव दु्ल्लामई निवासी सुनील कुमार पुत्र राजबहादुर प्रजापति लेह 71 इंजीनियरिंग रेजीमेंट में नायब सूबेदार के पद पर तैनात थे। रविवार सुबह 9:30 बजे ड्यूटी पर जा रहे थे की तभी आर्मी कैंप में रखें पानी टैंक का किसी तरह फट गया।जिसमें नायब सूबेदार शहीद हो गए। उच्च अधिकारियों ने घटना की सूचना शहीद नायब सूबेदार के पिता को दी।तो मानो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।

वर्तमान में सुनील कुमार की पत्नी रेखा व पिता राजबहादुर पंजाब के मुक्तसर में रहते हैं।इस सूचना के बाद पिता राजबहादुर मुक्तसर से अपने पैतृक गांव दुल्लामई के लिए रवाना हुए।शहीद के पिता,पत्नी,बच्चे आदि सोमवार सुबह पैतृक गांव पंहुचे।और इस घटना की जानकारी ग्रामीणों को हुई तो उनके घर पर लोगों की भीड़ लग गई।

बुधवार सुबह 9:30 बजे सूबेदार देवेंद्र सिंह के नेतृत्व में सेना की एक टुकड़ी शहीद नायब सूबेदार सुनील कुमार सिंह का पार्थिव शरीर लेकर उनके पैतृक गांव दुल्लामई पहुंची। नायब सूबेदार का पार्थिव शरीर ताबूत में रखा था गांव में एक खेत में पंडाल लगाया गया था। जिसमें शहीद की पत्नी रेखा,भाई अनिल कुमार,बहन अनीता,पुत्र ईशू,पुत्री गौरी व ईशा,पिता राजबहादुर आदि स्वजन रिस्तेदार पास पडोस के ग्रामीणों सहित तमाम लोग पार्थिव शरीर के इंतजार में बैठे थे।जैसे ही सेना के जवानों ने ताबूत को पंडाल में रखा तो सभी स्वजन दहाड़े मारकर रोने चिल्लाने लगे।हर एक शख्स की आंखें नम हो गई। जब ताबूत को खोला गया तो उनके पार्थिव शरीर को देखकर उनकी पत्नी रेखा वेहोश हो गई।महिलाओं ने उनके मुख पर पानी के छींटे मारे तब कुछ देर में उन्हें होश आया। अंतिम दर्शन के बाद पंडाल से सेना के जवान तिरंगे में लिपटे ताबूत में रखे पार्थिव शरीर को अंत्येष्टि स्थल तक ले गए।सम्मान के साथ गॉड ऑफ़ ऑनर सलामी दी गई।उसके बाद जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी,पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी अपर जिलाधिकारी सुभाष चंद्र प्रजापति आदि अधिकारियों व भाजपा सांसद मुकेश राजपूत आदि ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।शहीद की पत्नी,छोटे भाई,पुत्र आदि स्वजनों ने पुष्प अर्पित कर श्रध्दांजलि दी।उसके बाद शहीद के 11 वर्षिय पुत्र ईशू ने चिता को मुखाग्नि दी।सेना ने तीन चक्र फायरिंग की।जिला प्रशासन द्वारा शहीद के अंत्येष्टि के लिए सरकारी भूमि दी गई जहां शहीद स्मारक बनाया जाएगा।