फालोअप- आगलगी की घटना के दूसरे दिन खाने के लिए तड़प गए दलित बस्ती के लोग

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चकिया-कोतवाली क्षेत्र के बनरसिया गांव में गुरुवार को अज्ञात कारणों से लगी भीषण आग ने तीन घरों को अपने आगोश में ले लिया था। जिसमें राम दुलारे की मोटरसाइकिल वाहन के साथ-साथ अन्य खाद्य सामग्री जलकर खाक हो गई थी। इसके अलावा राधे राम की एक बाइक और इंजन के साथ-साथ अन्य घरेलू सामान जलकर राख हो गई। इसके अलावा हेमराज की चार बकरियों के साथ-साथ पूरी गृहस्थी आग की चपेट में समाप्त हो गई। घटना के बाद लेखपाल, कानून को इत्यादि ने पहुंच कर मामले की जानकारी लेते हुए रिपोर्ट तैयार कर एसडीएम को प्रेषित किया था इसके बाद एसडीएम ने पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाया जाने का आश्वासन दिया है।

आगलगी की घटना के दूसरे दिन पीड़ित परिवारों के कुछ सदस्यों के साथ-साथ छोटे बच्चे भी खाद्यान्न सामग्रियां आग में मिलकर खाक हो जाने के बाद बिना खाए रह गये। किसी तरफ पड़ोसियों के घर से खाना मांग कर पेट भर सके। और कुछ तो खाए बिना तड़प गए। दूसरे दिन पीड़ित परिवारों का हाल जानने के लिए किसी भी तहसील प्रशासन और ग्राम प्रधान के साथ-साथ कोई भी जनप्रतिनिधि नहीं पहुंचा। वही पीड़ित परिवार के राधे राम के पुत्र गोविंद कुमार ने बताया कि आग लगने से पूरा घर में रखा सामान जलकर राख हो गया। जो भी बचाया भी जा सका है वह खाने योग्य नहीं है। एसएमएस दूसरे घर से मांग कर जीवकोपार्जन किया जा रहा है।

*पीड़ित परिवार का हाल जानने नहीं पहुंचे क्षेत्रीय विधायक*
बता दें कि क्षेत्र में लगातार भ्रमणशील रहने वाले चकिया विधायक कैलाश खरवार भी बनरसिया गांव में दलित बस्ती में हुए आग लगी की घटना की जानकारी होने के बावजूद भी पीड़ित परिवारों का हाल जाने नहीं पहुंचे और ना ही टेलीफोन से भी वार्ता कर घटना के बाद में जानकारी ले सके। ऐसे में दलित बस्ती के लोग जान प्रतिनिधियों को भी को कोसते हुए नजर आए। सबसे खास बात तो यह रही कि चुनावी रंग में भी किसी जनप्रतिनिधियों का पता नहीं चला।

*मुआवजे के इंतजार में पीड़ित परिवार*
गुरुवार के दिन अज्ञात कारणों से लगी भीषण आग के बाद तीन घरों में हुए नुकसान के बाद मौके पर पहुंची तहसील प्रशासन की टीम ने रिपोर्ट तैयार कर एसडीएम को प्रेषित कर दिया है। लेकिन अभी तक पीड़ित परिवारों को कोई मुआवजा नहीं मिल सका है। ऐसे में पीड़ित परिवार मुआवजे के इंतजार में बैठा हुआ है। हालांकि कब तक उन्हें सहायता राशि प्रदान की जाएगी यह देखने वाली बात होगी।