कूटरचित दस्तावेज बनाकर भूमाफियाओं ने ट्रस्ट की जमीन पर किया कब्जा, पीड़ित ने अधिकारियों से लगाई न्याय की गुहार

योगी सरकार में फिर भूमाफिया हुए सक्रिय, ट्रस्ट की जमीन फर्जी तरीके से कब्जा कर बेचने का आरोप

एलडीटीए ट्रस्ट के लोग पहुंचे पुलिस अधिकारी कार्यालय

ट्रस्ट के लोगो ने लगाई प्रशासनिक अधिकारियों से न्याय की गुहार

वाराणसी। साल 2017 में योगी सरकार बनते ही भूमाफियाओंपर नकेल कसने शुरू हो गया था कि भूमफाफ़िया सलाखों के पीछे चले गए तो कइयों ने अपना धंधा बदल दिया। योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के 2 साल के बाद यानी 7 साल में फिर से भूमाफिया अपना धंधा बड़े पैमाने पर करते नज़र आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में देखने को मिला जब शहर के पाश इलाके में स्थित धार्मिक एवं चैरिटेबल कंपनी लखनऊ डायोसिसन ट्रस्ट एतोसीएशन के जमीन को जिसपर एक चर्च भी है कुछ लोगों द्वारा फर्जी तरीके से ट्रस्ट के पदाधिकारी बन बेचने और उनपर फर्जी तरीके से कब्जा दिलाकर पैसा बनाने का आरोप लगा है।

ये मामला लगभग 17 एकड़ जमीन के विवाद का है जिसपर ट्रस्ट के डायरेक्टर अनिल डेविड ने ट्रस्ट के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट से मुकदमा भी जीता है। अब वो फर्जी तरीके से बेचे हुए जमीन पर वापस कब्जा चाहते हैं जिसके लिए वो जिला प्रशासन के चक्कर लगा रहे हैं।

ट्रस्ट के तरफ से पेश हुए वकील मुख्तार अहमद ने मीडिया से बात करते हुए पूरा मामला बताया और कहा कि फर्जी तरीके से जमीन बेची गई और जब वो सिगरा पुलिस के साथ कब्जा लेने पहुंचे तो काफी संख्या में पहुंचे लोगों ने उनका विरोध किया और मारपीट की। इसके अलावा उसी जमीन में से लीज पर दिए गए जमीन पर पेट्रोल पंप बना था जिसपर कब्जा किया जा रहा था जिसे उन्होंने कोर्ट के माध्यम से फर्जी कब्जा होने से रोकवा दिया। अब उन्होंने पुलिस बल की मांग की है ताकि फर्जी तरीके से बेची हुई जमीन का अधिग्रहण किया जा सके । इसके लिए वो सभी दस्तावेजों के साथ पुलिस प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं। आज ट्रस्ट के पदधिकारियों ने अपने अधिवक्ता समेत कमिश्नर कार्यालय में शिकायत पत्र के साथ पहुंचे जहां एसीपी पिंडरा ने उनकी प्रार्थना सुनने के साथ डीसीपी काशी को अग्रसारित कर दिया और उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।

आपको बता दें कि इस ट्रस्ट के पदाधिकारी लखनऊ से आये थे और यहां की जमीन की देखरेख की जिम्मेदारी ट्रस्ट के संपत्ति अधिकारी अखिलेश सिंह की है। मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है। फिलहाल ट्रस्टियों ने जल्द से जल्द कार्यवाही की मांग की है और ये भी कहा है कि उनकी मांग पूरी न होने पर वो मुख्यमंत्री से संपर्क भी करेंगे।