बिना जांच नीलम्बन,,राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित?

धमतरी/कुरूद:- ग्राम पंचायत दहदहा में मृत व्यक्ति के नाम से पेंशन की राशि नकद भुगतान कर भुगतान करने का मामला सामने आया है। पीडीएफ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत धमतरी के आदेश पर अनुविभागीय अधिकारी कुरुद द्वारा ग्राम पंचायत दहदहा के सरपंच डिलन चंद्राकर को मृतक व्यक्ति के नाम पर वृद्धा पेंशन योजना के अंतर्गत राशि आहरण करने का आरोप लगाया गया है। किसी प्रकार की कार्यवाही बिना अनुविभागीय अधिकारी द्वारा 1 दिन तक नहीं किया गया। न ही सुनने के लिए टेबल पर बैठे हैं और मजे की बात यह है कि इन्हें लोड करने का कारण नहीं बताया गया है। उपसंचालक समाज विभाग के जांच अधिकारी ने दबाव में ज्ञान के बिना केबुक की जांच प्रतिवेदन तैयार कर ली है। इस स्थिति में गैबन का आरोप कैसे लगाया जा सकता है। उक्त बातें सरपंच दिलन चंद्राकर ने ग्राम दहदाहा में 16 मार्च शनिवार को सुबह 10 बजे 30 मिनट पर प्रेस में कहा। इसके बाद उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि जांच अधिकारी केसबुक का अगर सही व्याख्या करें तो दूध का दूध और पानी का पानी हो सकता है और बताया गया है कि ऑर्डर लेने वालों के लिए कोई कारण नहीं बताया गया है। वहीं सचिव ग्राम पंचायत दहदाहा के सरपंच के ऊपर लगाए गए आरोप की लिखित जानकारी में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है, जिसके अनुसार सरपंच के ऊपर लगाया गया आरोप सही नहीं है, क्योंकि जिले की सूची से प्राप्त होने वाली सूची के अनुसार राशि अर्हरण कर मेरे एवम पंचायत भृत्य के राशि वितरण सरपंच द्वारा किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं किया गया। जिला पंचायत कुरूद के लिए मृत पेंशन हितग्राही का नाम कटनाबताया गया था। लेकिन मृत हितग्राही का नाम अज्ञात है। और मृत हितग्राहियों की पेंशन सूचना की समाप्ति तक वापसी होती है। परंतु अभी तक कोई सूचना पंचायत को प्राप्त नहीं हुई है। उक्त कथन पंचायत सचिव तेजराम वकील द्वारा स्पष्ट रूप से लिखा गया है।

प्रतिवेदन के आधार पर 68600 पिज्जा फाइनेंसरों को उस संबंध में ग्राम पंचायत में 21000 रुपये की राशि से 7 जून 2023 को जिला पंचायत कुरुद की शाखा में जमा किया गया है।

डिलन चंद्राकर ने प्रेस वार्ता में कहा कि जिला पंचायत को गैर डिबिटी का भुगतान किया गया, सचिव को पेंशन का भुगतान किया गया और अन्य जिला पंचायत कुरूद को पेंशन हितग्राही के माध्यम से भुगतान किया गया। भुगतान हुआ और पेंशन पेंशन वापस लेकर जिला पंचायत में जमा हो गया और जब राशि जमा हो गई तो सरपंच को निलंबित नहीं किया गया। साथ ही पेंशन की राशी पंचायत सचिव तेजराम के आदेश और पंचायत भृत्य के पुजारी द्वारा की गई और साथ ही इस मामले में मेरी कोई सुनवाई नहीं की गई। पीडीएफ में शामिल ऑफिस के एकमत द्वारा स्पष्ट रूप से दी गई विस्तृत जानकारी में कहा गया है कि इस मामले में सरपंच को पद से मंजूरी नहीं दी गई है।

इस मामले को लेकर संयुक्त अनुविभागीय अधिकारी सोनाल डेविड से बात की गई तो उन्होंने इस संबंध में कुछ भी बोला या जानकारी की जानकारी से मना कर दिया। जबकि उन्होंने सरपंच के खिलाफ कार्रवाई की है।

ग्राम पंचायत दहदाहा के सचिव तेजराम के वकील का कहना है कि जांच अधिकारी ने बिना केसबुक सहायक सरपंच के ऊपर गबन का आरोप लगाया है। जो कि सरासर गलत है।