धन के अभाव में डॉक्टर इंजीनियर बनने से कोई छात्र नहीं होगी वंचित

श्रीगंगानगर : पैसे के अभाव में अब कोई भी बालिका डॉक्टर इंजीनियर बनने से वंचित नहीं होगी । सरकारी स्कूलों में हिंदी माध्यम से 12वीं विज्ञान वर्ग के अध्यनरत एवं पास मेधावी छात्राओ को डॉक्टर और इंजीनियर की तैयारी के लिए स्कॉलरशिप के रूप में सहयोग करने के लिए तपोवन के साथ-साथ शहर की अन्य स्वयंसेवी संगठन भी आगे आए हैं ।

तपोवन ट्रस्ट में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में तपोवन ट्रस्ट के अध्यक्ष महेश पेड़ीवाल ने बताया कि टी 40 समूह बनाकर शहर की प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थानों से कोचिंग दिलवाने की योजना बनाई गई है । इसमें कमजोर आर्थिक पृष्ठभूमि वाली योग्य एवं मेघावी छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से हर साल 40 छात्राओं का चयन किया जाएगा।
मारवाड़ी युवा मंच और लायंस क्लब के वरिष्ठ सदस्य वेद लखोटिया ने बताया कि इस योजना के तहत चयनित 40 छात्रों को नीट एवं जेईई की तैयारी के लिए 1 वर्षीय पाठ्यक्रम में दाखिला दिलवाया जाएगा, जिसका समस्त शुल्क तपोवन ट्रस्ट के जरिए शहर के गणमान्य लोग वहन करेंगे और विशेष रूप से तैयार करवाए गए तपोवन छात्रावास में यह निशुल्क अध्यापन की व्यवस्था की जाएगी ।
ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष उदयपाल झाझरिया ने इस अवसर पर जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष 12वीं की परीक्षा देने वाली छात्राओं के दसवीं तथा गत वर्ष 12वीं उत्तीर्ण करने वाले छात्राओ के 12वीं में 70% अंक प्राप्त करने वाले से आवेदन लिए जाएंगे।
इसके लिए 7 अप्रैल को परीक्षा होगी इसमें न्यूनतम 70% अंक हासिल करना जरूरी होगा ।
चयन में राजकीय विद्यालय की छात्रों को प्राथमिकता दी जाएगी । गोरतलब है कि शहर की एक प्रतिष्ठित संस्था के द्वारा आयोजित चयन परीक्षा ली जाएगी जिसमें इस स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करने वाली सभी छात्राओं की वरीयता परीक्षा ली जाएगी तथा जिसमें वरीयता क्रम से पहले 40 छात्त्राओ को इसमें प्रशिक्षण दिलवाया जाएगा । गौरतलब है कि गंगानगर जिले से बाहर से आने वाली छात्राओं के लिए तपोवन ट्रस्ट द्वारा छात्रावास तथा रहने खाने की व्यवस्था भी निशुल्क की जाएगी।
इस अवसर पर डॉक्टर संदीप चौहान , समाजसेवी संदीप अनेजा सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
संस्था द्वारा अति शीघ्र सभी सरकारी विद्यालयों में इस स्कॉलरशिप के लिए जानकारी देकर छात्राओं को प्रवेश परीक्षा देने के लिए प्रेरित किया जाएगा।