लग्जरी कार से गांजा ले जाते आठ तस्कर हुए गिरफ्तार

बरेली इज्जतनगर पुलिस ने शनिवार को 35 किलो गांजा लग्जरी कार समेत तस्करी के आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर अंतरराज्यीय गिरोह का राजफाश किया। कार को जब्त करने के लिए डीएम को रिपोर्ट भेजी है। पुलिस ने सिलबट्टा रेस्टोरेंट के पास चावड़ के जंगल में छापा मारकर इन तस्करों को पकड़ा।इनमें अयोध्या के गांव रुद्रावली निवासी मनीष बाराबंकी रामनगर के ग्राम थाल खुर्द निवासी लालू यादव और रामनिवास बाराबंकी के कानूनगोयान निवासी रितेश जायसवाल, अयोध्या के रुदौली निवासी रोहित, शाहजहांपुर के रामचंद्र मिशन के गांव दिलावरपुर निवासी भटकर सूरजपाल बाराबंकी की आवास विकास कॉलोनी निवासी गोविंद और बाराबंकी के फतेहपुर के गांव छानदवल निवासी अंकित शामिल हैं। ये सभी यूपी व उत्तराखंड के कई जिलों में गांजा की तस्करी करते हैं। नेपाल के रास्ते लाते हैं गांजा गिरोह के लोग नेपाल के रास्ते सात से आठ हजार रुपये किलो के हिसाब से गांजा लाते हैं और उसमें केमिकल मिलाकर फुटकर में महंगे दामों पर बेचते हैं। नेपाल से गांजा कौन लाता है, इसकी जांच की जा रही है शाहजहांपुर में भी पकड़े गए थे गिरोह के सदस्य इज्जतनगर इंस्पेक्टर जयशंकर ने शाहजहांपुर में तैनाती के दौरान भी इस गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया था। बाराबंकी का हिस्ट्रीशीटर दिनेश जायसवाल इस गिरोह का सरगना था जो अपने साथी अश्वनी के साथ मिलकर गांजा तस्करी करता था। वर्ष 2020 में इंस्पेक्टर ने खुटार थाना क्षेत्र में इस गिरोह के 14 सदस्यों को गिरफ्तार कर 35 किलो गांजा बरामद किया था। वर्ष 2019 में भी गिरोह के पांच सदस्य पकड़े गए थे। इसके बाद रितेश ने बरेली में ठिकाना बना लिया पॉश कॉलोनी को बनाते हैं ठिकाना गिरोह का सरगना बाराबंकी का हिस्ट्रीशीटर दिनेश जायसवाल पहले भांग के ठेके लेता था। लालच ने उसे गांजा तस्कर बना दिया। उसने अपने गुर्गों को अलग-अलग क्षेत्रों में छोटी-छोटी किराना की दुकानें खुलवा दीं। उसी पर गांजा सप्लाई करने लगा। रईस घर के लड़कों को ग्राहक बनाने के लिए ये लोग पॉश कॉलोनियों में दुकानें खोलते थे और उन पर लड़कों को रख देते थे। इन लोगों ने सुरेश शर्मा नगर में किराए पर मकान लेकर काफी दिन वनखंडीनाथ बीसलपुर, बारादरी इलाके में काम किया। शक होने पर मकान खाली कर दिया। आरोपी खुद को एक फाइनेंस कंपनी का कर्मचारी बताते थे।