बड़ी शानो शौकत के साथ मनाया गया 10 वां उर्स ए मकसूदुल औलिया।

बरेली। बरेली मंडल की तहसील अमरिया जिला पीलीभीत के ग्राम पंचायत धुंधरी में स्थित प्रसिद्ध दरगाह मकसूदुल औलिया खानकाह हसनी मकसूदी जहांगीरी के सज्जादानशीन हजरत ख्वाजा सूफी शाकिर हुसैन मियां की जेरे सरपरस्ती में हज़रत ख़्वाजा सूफी मकसूद हुसैन शाह रहमतुल्लाह अलैह का दसवां सालाना उर्स बड़ी शान शौकत के साथ मनाया गया। उर्स में दरगाह हजरत निजामुद्दीन औलिया महबूब ए इलाही दिल्ली के सज्जादानशीन हजरत सूफी अजमल निजामी,दरगाह भैंसोड़ी शरीफ से शाहनवाज हुसैन मियां, हजरत रियासत मियां तशरीफ लाए। उर्स के दौरान हल्काए जिक्र, सलातो सलाम,चादर पोशी,गुलपोशी, शब्बेदारी, महफिले शमा का प्रोग्राम मुनाकिद किया गया। शायरे इस्लाम द्वारा नात मनकवत पेश किए गए। बरोज मंगल दोपहर को कुल शरीफ का आगाज हाफिज शादाब रजा ने तिलावते कुरआन से शुरू किया। बाद में शजरा शरीफ और मुल्क में अमन और शांति के लिए खुशुसन दुआ की गई महफिले रंग कव्वाल हजरात द्वारा पेश किया गया दूर दराज से आए कव्वालों ने सूफियाना कलाम पेश कर कव्वाली का समां बांधा। दरगाह मकसूदुल औलिया के सज्जादानशीन हजरत ख्वाजा सूफी शाकिर हुसैन मियां ने कौम एवं मुल्क की खुशहाली व तरक्की के लिए दुआ फरमाई। लोगों से खिताब करते हुए सज्जादानशीन ने कहा इस्लाम अमन का पैगाम देता है। हर मजहब के लोग पीर फकीरों की दरगाहों पर जाकर मुरादों से झोलियां भरते हैं। पैगम्बर इस्लाम ने लोगों से भलाई के साथ पेश आने की ताकीद की है चाहे कोई किसी भी मजहब या धर्म का क्यों न हो उसे अपने पड़ोसी से मोहब्बत रखनी चाहिए।अपने मां बाप की खिदमत करनी चाहिए। पैगम्बर इस्लाम की जिंदगी को लोग आइना बनाए। इस दौरान उर्स प्रबंधक सूफी साबिर हुसैन एडवोकेट चिड़िया दाह गहोनिया,सूफी असद मियां, हाजी अली इरफान मकराना राजस्थान, सूफी इल्यास पूर्व चेयरमैन नगर पंचायत मीरगंज, आलोक रस्तोगी बरेली,अल मदीना हॉस्पिटल बरेली से डाक्टर अय्यूब, डाक्टर विनोद पागरानी खुशलोक अस्पताल बरेली,बशीर अहमद पूर्व प्रधान मकसूदनगर चंदोई, सज्जाद हुसैन पूर्व प्रधान, मोहम्मद साबिर पूर्व प्रधान,सूफी मो तारिक मकसूदी नवाबगंज,सूफी तारुक जमाल,सूफी अकबर जहांगीर,सूफी मरगूब हुसैन,सूफी सलामतुल्लाह,जमील अहमद पूर्व चेयरमैन नगर पंचायत बरखेड़ा,सूफी बाबर हुसैन, डाक्टर शमशाद हुसैन,मोहम्मद जीशान सहित हजारों की तादाद में अकीदतमंद मौजूद रहे।