संलग्नीकरण में डॉक्टर, पांच माह बाद भी नहीं हुई 15 दिन की ड्यूटी पूर्ण! 

उमरिया। जिले में स्वास्थ्य की व्यवस्था पूरी तरह चरमराई है। जिसका जिंदा प्रमाण यह है कि एक संविदा चिकित्सक को 15 दिन के लिए ट्रेनिंग के नाम पर अटैच किया, और उसे पांच माह बाद भी भारमुक्त नही किया गया। कहा जाता है की चुनावी वर्ष में जन प्रतिनिधि जनता की ज्यादा सुध लेने लगते हैं, लेकिन यहां चुनावी वर्ष में जनप्रतिनिधियों का ग्रामीणों के प्रति कोई सरोकार नजर नहीं आता। ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थ स्वास्थ्य अमला अपने कर्तव्य पालन में लापरवाह नजर आ रहा है, और कई चिकित्सक संलग्नीकरण के नाम पर ब्लाक और जिला में मौज उड़ा रहे हैं जबकि शासन स्तर पर संलग्नीकरण समाप्त है।

यह है मामला :

उमरिया जिले के पाली ब्लॉक के अंतर्गत आदिवासी बाहुल्य गांव चौरी के स्वास्थ्य केंद्र में 11 जनवरी 2023 को डॉ शुभम संगीत साकेत को संविदा चिकित्सक के तौर पर नियुक्त किया जाता है। वहीं मजे की बात तो यह है कि तकरीबन बाईस दिन बाद 6 फरवरी 2023 को संविदा चिकित्सक शुभम संगीत साकेत को सीएमएचओ द्वारा मेडिको लीगल प्रशिक्षण हेतु जिला चिकित्सालय में 15 दिन की ड्यूटी पर संलग्न कर दिया गया।

आज तक चल रहा प्रशिक्षण!:

सीएमएचओ डॉ मेहरा द्वारा 15 दिवस के लिए जिस संविदा चिकित्सक की ड्यूटी लगाई गई, पांच माह बीत जाने के बाद भी उक्त चिकित्सक को उसके मूल पद और स्थान के लिए भार मुक्त नहीं किया गया। सवाल उठ रहे हैं कि शायद 15 दिवस चलने वाला प्रशिक्षण अभी तक जारी है, जिस वजह से उनकी ड्यूटी अभी तक जिला चिकित्सालय में चल रही है। मसलन इस तरह के कर्तव्यहीनता का खामियाजा ग्रामीणों की स्वास्थ्य व्यवस्था पर पड़ रहा है। वैसे तो शासन स्तर पर से संलग्नीकरण समाप्त कर दिया गया है, बावजूद इसके रसूख और पहुंच का फायदा उठाकर चिकित्सकों को संलग्न कर नियम का माखौल उड़ाया जा रहा है।