पटवारियों का कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ का मिला समर्थन

मुंगेली--राजस्व पटवारी संघ के छत्तीसगढ़ के द्वाराआठ सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन आंदोलन पर बैठे हुए आज 15 रोज हो गया है ।जिसमें छत्तीसगढ़ सरकार अभी तक उनकी मांगों को पूरा नही किया है वही आज जिले भर केनायब तहसीलदार और तहसीलदारों ने समर्थन दिए है ।
जिला पटवारी संघ मुंगेली राजस्व पटवारी संघ के आह्वान पर धरना प्रदर्शन स्थल आगर खेल परिसर पुराना बस स्टैंड मुंगेली में अपनी आठ सूत्रीय विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन आंदोलन पर बैठे आज पन्द्रह दिन हो गए है। राजस्व पटवारी संघ छत्तीसगढ़ के जिला अध्यक्ष मुंगेली किशन महिलांगे ने बताया कि वर्तमान में पटवारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ।अपनी समस्याओं से राज्य शासन को अनेको बार अवगत कराया जा चुका है बावजूद इसके समस्याओं पर ध्यान नही दिया गया है ।राजस्व पटवारी संघ छत्तीसगढ़ के आह्वान पर आज 15 मई से प्रत्येक पटवारी अनिश्चित कालीन आंदोलन पर चले गए है मांग जब तक पूरा नही होता तब तक काम बंद कलम बंद के तर्ज पर सभी पटवारी प्रतिबद्ध रहेंगे ।जिला अध्यक्ष किशन महिलांगे ने आठ सूत्रीय मांगों के सम्बंध में चर्चा करते हुए बताया कि वेतन विसंगति जैसे महत्वपूर्ण समस्या काफी दिनों से लंबित है। जिसे राज्य शासन द्वारा अनेको बार अवगत कराने के बाद भी दूर नही किया गया। वही राजस्व निरीक्षक के भर्ती के लिए सीधी भर्ती पर रोक लगाते हुए 50 प्रतिशत पदों पर वरिष्ठता के आधार पर पटवारियों को पदोन्नत कर भरा जाय वही शेष 50 प्रतिशत पदों पर विभागीय परीक्षा लेकर पटवारियों को राजस्व निरीक्षक पर चयनित किया जाय तीसरी मांग के सम्बंध में चर्चा करते हुए जिलाध्यक्ष ने बताया कि किसानों की राजस्व सम्बन्धी अभिलेखों को ऑनलाइन किया जा चुका है ।बटवारा,नकल,अभिलेख दुरुस्ती करन ,नामांतरण जैसे महत्वपूर्ण कार्य अब ऑनलाइन किया जा रहा है ।किंतु संसाधन के अभाव में किसानों को साथ ही पटवारियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है ।अतः संसाधन संबंधी समस्याओं से निपटने के लिए प्रति माह इंटरनेट शुल्क एक हजार रुपये एक कम्प्यूटर या लैपटॉप के अलावा और आवश्यक फर्नीचर आदि की व्यवस्था शासन द्वारा कराया जाय ।वही स्टेशनरी भत्त्ता के रूप में दस वर्ष पूर्व 2सौ पचास रुपया प्रतिमाह स्वीकृत किया गया था जो आज तक पूर्ण नही हुवा है ।साथ ही पटवारी भर्ती हेतु योग्यता स्नातक करने की मांग संघ के द्वारा मांग रखा गया है ।मुख्यालय निवास की बाध्यता को खत्म करने की मांग पटवारी संघ के द्वारा प्रमुखता से रखते हुए कहा गया है कि समय पर उपस्थित होकर किसानों के राजस्व अभिलेख से सम्बंधित सारी समस्याओं का निराकरण पटवारी मुख्यालय में पंहुच कर आखिर करते ही है अतः मुख्यलय में निवास की बाध्यता उचित नही है ।
वही कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के जिलाध्यक्ष लीलाधर ध्रुव ने बताया कि पटवारियों की मांग नैतिक मांग है जिसमें कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ पटवारियों का समर्थन करता है ।और इनके समर्थन में भी हम आगे ततपर रहेंगें।वही अनिश्चित कालीन हतड़ताल पर बलीदास टंडन,चंद्रभान जायसवाल,संतोष राज, चंद्रभान पात्रे,प्रमोद बघेल,प्रभात ध्रुव,सुजीत नेताम, नरेंद्र टांडे,अतुल केशरवानी,जीवराज मनहर,आशीष क्षत्री,दीपक साहू,पल्लवी भास्कर उत्तरा देवांगन,उषा बघेल,पार्वती कुर्रे,उत्तम कुर्रे,उत्तकम टंडन,संतोष मानिकपुरी,नारायण बंजारे,अजय साहू, विनय कश्यप एंव जिले भर के पटवारी उपस्थित रहे।