आत्महत्या के लिये दुष्प्रेरित करने वाले दो महिला सहित चार आरोपी गये जेल

छत्तीसगढ़ के जिला बलरामपुर रामानुजगंज के थाना रघुनाथ नगर क्षेत्रअंतर्गत ग्राम शंकरपुर में एक नाबालिक के परिजनों के द्वारा फसाकरजेल भेज दिया जाता है जैसे ही 7 वर्ष बीत जाने पर सजा काटकर अपने घर आता है तू नाबालिक के परिजनों औरलड़की के द्वारा बोला जा रहा था कि मैं तुम्हारे साथ शादी करना चाह रही हूं और नहीं रखेगा तो ₹50000 दो जिससे मृतक के द्वारा आत्मग्लानि होने लगी और लास्ट में आत्महत्या कर लेता है प्रार्थी मनोज कुमार खैरवार निवासी शंकरपुर थाना रघुनाथनगर के द्वारा दिनांक 12.03.2023 को अपने भाई सुनिल कुमार खैरवार का फांसी लगाकर आत्महत्या कर लेने की रिपोर्ट पर मर्ग जांच किया जा रहा था, शव पंचनामा के दौरान मृतक के शव से सुसाइड नोट बरामद किया गया था जिसमें आत्महत्या करने का कारण और प्रताड़ित करने वालों का नाम लिखा था। मामले को गंभीरता से लेते हुये पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग के दिशा निर्देशन में एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुशील नायक व पुलिस अनुविभागीय अधिकारी अभिषेक कुमार झा के मार्गदर्शन में निरीक्षक बाल सिंह के नेतृत्व में बारिकी से जांच किया गया। मृतक के शव से मिले सुसाइड नोट का परीक्षण राजकीय प्रश्नापद प्रलेख अपराध अनुसंधान विभाग पुलिस मुख्यालय रायपुर से कराया गया जिसमें मृतक का हस्तलिपि होने की पुष्टि होने पर एवं मृतक के परिजनों एवं गवाहों के कथनानुसार आरोपी 01 सहदेव सिंह पिता सुखलाल गौंड उम्र 60 वर्ष 02. श्रीमती धनपतिया पति सहदेव सिंह गोड उम्र 30 वर्ष 03. कदमकुमारी पिता रामफल गोंड उम्र 23 वर्ष 04 रामफल पोया पिता नेतलाल गोड उम्र 59 वर्ष सभी ग्राम शंकरपुर थाना रघुनाथनगर जिला बलरामपुर- रा०गंज (छ0ग0) के विरुद्ध मृतक पर प्रताड़ित करने का आरोप पाया गया जो कि आरोपिया कदमकुमारी के द्वारा वर्ष 2015 में मृतक के विरुद्ध धारा 341,363, 366(क),376,506 भादवि एवं 05 (ट) 06 पास्को एक्ट की रिपोर्ट पर सजा होने से लगभग 07 वर्ष की सजा भुगत कर जेल से छुटकर घर आया था जिसे आरोपियों द्वारा मृतक के ऊपर कदमकुमारी को पत्नी बनाकर रखने एवं 50,000/- रु. मांगने का दबाव बनाया जा रहा था नहीं मानने पर झूठे केस में फिर से परिवार सहित जेल भेज देने की धमकी दी जा रही थी जिससे तंग आकर मृतक द्वारा सुसाइड नोट लिखकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। चारों आरोपियों के विरुद्ध धारा 306,34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना करते हुये चारों आरोपियों को आत्महत्या के लिये दुष्प्रेरित करने के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक बाजीलाल सिंह, उप निरीक्षक रामसाय भगत, प्र0आर0 नरेन्द्र तिथी, प्र०आर० उमेशचन्द्र यादव तथा आर0 मनोज कुमार गुप्ता का सक्रिय योगदान रहा।