*पसान वन परी क्षेत्र अधिकारी के सह पर चल रहा अवैध लाल ईटो का कारोबार* चंद रुपयों के लिए किया जंगल वन माफियाओं के हवाले

*पसान*कटघोरा वनमंडल का वन परिक्षेत्र पसान हमेशा अपने कारनामो से सुर्खियों में रहता है ,ताजा मामला लाल ईटो के कारोबार का सामने आ रहा है जहाँ वन विभाग के कर्मचारी 2000 से 3000 जैसे ईट भट्टे की क्षमता के अनुसार पैसे लेकर भट्टे लगाने के लिए मौन सहमति दे देते है ,और विभागीय कार्यवाही दिखाने के लिए एक या दो लकड़ी के चट्टे की रसीद काटकर जंगल ईट माफियाओं के हवाले कर देते हैं जिसमें लोग हरे भरे साल जैसे कीमती वृक्ष की बलि देकर ,जंगलों का विनाश करने में लगे हुए है ,इस भयंकर विनाशलीला देखने के लिए जॉच अधिकारी को ज्यादा मेहनत नही करनी पड़ेगी यह ईट भट्टे से चंद कदमो की दूरी पर विशालकाय पेड़ों की ठूठ अपनी कहानी कहती नजर आ जायेगी *नाम ना छापने की शर्त पर एक ईंट भट्ठा संचालक ने बताया कि पर भट्टा की वसूली के लिए बाकायदा विभाग की तरफ से एक आदमी आकर रकम वसूल कर ले जाता है ,ऐसे भट्टो की संख्या 50 से 60 के बीच है* इन आकड़ो से सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि पसान रेंजर द्वारा कितनी मामूली रकम के लिए हरे भरे वृक्ष की बलि दी जा रही है , *मंसूर खान प्रदेश जीव संरक्षण सदस्य रायपुर ने बताया कि इस मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जायेगा और जंगल को बचाने का युद्धस्तर पर प्रयास किया जायेगा*