ओदीच्य समाज इंदौर द्वारा अन्नकूट एवम भजन संध्या का आयोजन

इंदौर।�ओदीच्य समाज इंदौर द्वारा अन्नकूट एवम भजन संध्या का आयोजन स्थानीय आरोड़ वंशीय धर्मशाला में किया गया। इस अवसर पर उज्जैन से श्री उद्धव जोशी विशेष रूप से उपस्थित थे। श्री मुकेश मेहता द्वारा शानदार भजनों की प्रस्तुति दी गई।इसके अतिरिक्त अरुण उपाध्याय , प्रकाश जोशी ,प्रकाश पांडे लक्छमीपुरा,पंकज जोशी,श्री राहुल अवस्थी,संजय दवे,श्री उमेश त्रिवेदी,श्री ओम ठाकुर ,धर्मेंद्र रावल,प्रेम शंकर पंड्या,श्याम मेहता,हेमंत जोशी,अजय पंड्या,और सैकड़ों की संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।

इंदौर नगर औदीच्य समाज का
अन्नकूट महोत्सव सफलता का शिखर छू गया ।

औदीच्य समाज मे आयोजित होने वाले उत्सव महोत्सव समाज जनो को संस्कार संस्कृति रक्षण का संदेश देते हैं। इसी परंपरा का वर्षो से पालन करने वाले इंदौर नगर औदीच्य समाज ने 6 नोवेम्बर को अन्नकूट महोत्सव मनाया जिसमे मुझे एवम अन्य साथीयो को सम्मिलित होने का अवसर मिला ।
अन्नकूट समाज की स्वयम की जगह पर हो तो आनंद दुगना हो जता है । समाज को अपनी जगह नही मिलने और उसे मातृशक्ति याने समाज की शक्ति को अन्नकूट उत्सव के लिए दे दिए पर खुशी जाहिर कर इनके द्वारा सबे भूमि गोपाल की तर्ज पर अन्यत्र आयोजन किया । आयोजन का प्रारम्भ संगीत की मधुर स्वर लहरियो के साथ सुंदर कांड का पाठ श्री महेता जी एवम साथीयो द्वारा किया गया । समाजजनों की विशाल उपस्थिति ने साबित कर दिया कि अगले वर्ष बड़ी से बड़ी जगह लेना होगी । सुंदर कांड के बाद नन्ही सी बालिका ने कत्थक नृत्य का सबका मन मोह लिया । समाज मे प्रतिभाओ की कमी नही । बस है तो उन्हें मंच न मिलने की कमी जो विचारणीय है। कन्हैया ने 56 भोग का आनंद लिया । पूजन आरती के बाद समाजजनो ने भी प्रसाद ग्रहण किया ।
श्री रविन्द्र जी मेहता की पूरी टीम जिसमे सभी पूर्व अध्यक्ष शामिल हैं सभी बधाई अभिनंदन के पात्र है जिन्होंने कम समय मे अपनी सूझ बुझ का परिचय देकर समाज जनो को आनंद की गंगा में स्नान कराया और समाज ने आशीर्वाद की झड़ी से इनको उत्साह की ऊर्जा प्रदान की ।
आयोजन के बाद प्रश्न आया कि एक ही दिन और एक ही समय में समाज के दो अन्नकूटआयोजन जिसमे दोनों ने पूरे समाज को आने का आमंत्रण दिया । समाजजन आये भी सही किन्तु पूरा समाज नही । जिस समिति ने समय से पहले अन्नकूट करने की घोषणा की वह तो वजनदार है किन्तु अन्य समिति ने भी वही समय वही दिनऔर वही आयोजन की घोषणा कर समाज को क्या सन्देश दिया । समाज के लिए गहनता से चिंतन मनन करने का विषय है ताकि भविष्य में सामाजिक एकता के सूत्र का क्षरण न हो । जय गोविंद माधव।