पराली जलाने वाले संभावित किसानों को चिन्हित कर दिया नोटिस, की जाएगी वसूली

पराली जलाने वाले संभावित किसानों को चिन्हित कर दिया नोटिस, की जाएगी वसूली
दिनेश मिश्रा
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शाहजहाँपुर
पराली जलाने वाले संभावित किसानों को चिन्हित कर नोटिस दिया गया है और उनसे वसूली भी की जाएगी।
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व त्रिभुवन सिहं ने बताया कि कुछ दिन पूर्व से जनपद में पराली जलने की 64 घटनायें पायी गयी है।जिसमें से अधिकतम घटनायें विकासखण्ड बण्डा, पुवायां खुटार की हैं ।
ऐसे किसानों के विरूद्ध एन.जी.टी. एवं सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार वैधानिक एवं प्रशासनिक कार्यवाही की जा रही है। इसके साथ ही उनसे वसूली की भी कार्यवाही की जा रही है।
उन्होने बताया कि जनपद शाहजहांपुर में पराली जलने से रोकने के लिए पराली जलाने वाले संभावित किसानों को चिन्हित करके धान सत्यापन से पूर्व स्वघोषणा पत्र लेने के साथ कुल 5322 नोटिस दिये गये हैं एवं स्वघोषणा पत्र भरवाया गया। तहसील पुवायां में 1167, तहसील तिलहर में 1050, तहसील सदर में 1204, तहसील जलालाबाद में 1103, तहसील कलान में 798 नोटिस जारी की गये हैं।
पराली को गौशाला में पहुंचाने हेतु खंड विकास अधिकारी के स्तर से कुल 1343 कुंटल पराली गौशाला में भिजवाई गई है। तहसील जलालाबाद 47 कुंटल,पुवाया में 899 कुंटल,तिलहर में 150 कुंटल ,सदर में 247 कुंटल पराली गौशाला में भिजवाई गई है।पराली से खाद बनाने हेतु 40000 डीकंपोजर किसानों को निशुल्क उपलब्ध कराया गया है ताकि पराली को खाद के रूप में परिवर्तित किया जा सके तथा जिससे पराली की समस्या दूर होने के साथ खाद के रूप में भी किसान प्रयोग कर सकें। ग्राम पंचायत स्तर पर संवेदनशील गांवों को चिन्हित कर जहां सर्वाधिक घटनाएं घटित होती हैं। पुलिस को उत्तर दायित्व दिया गया है ताकि संवेदनशील गांव में पुलिस स्वयं पर्यवेक्षण कर गस्त करते हुए पराली जलने से रुकवा सके।
उन्होने जनपद के समस्त कृषकों से अनुरोध करते हुये कहा है कि पराली को न जलायें। पराली जलाना शासन स्तर से पूर्णतया प्रतिबन्धित है। पराली को गौशालाओं में ग्राम पंचायत के माध्यम से भेजें।डिकम्पोजर का उपयोग कर पराली का कम्पोस्ट बनायें।