घोर कलयुग ! कलयुगी बेटे ने मां बाप को घर से निकाला बाहर

दो दिनों से भूखे बूढ़े मां बाप घर के बाहर बैठे मदद के लिए टकटकी लगाए बैठे
अतर्रा(बांदा)। कहने को तो मां बाप को भगवान का दर्जा दिया गया है। दिया भी क्यों न जाए क्योंकि मां बाप के कारण ही तो बेटा इस दुनिया में आता हैं। जिस बेटे को मां ने नौ महीने अपने पेट में पाला है। बाप ने चलना सिखाया है।उसी बेटे ने अपने मां बाप को घर से निकाल दिया।जो दो दिनों से घर के बाहर भूखे प्यासे बैठे मदद के लिए टकटकी लगाए बैठे है।लेकिन उनकी मदद करने वाला कोई नहीं सामने आ रहा है।पूरा मामला उत्तर प्रदेश के बांदा जनपद के एक कस्बे अतर्रा का है।जहां पर रहने वाले रामबाबू द्विवेदी ने अपनी मां सावित्री और पिता शिवमोहन द्विवेदी को घर से बाहर निकाल दिया।बूढ़े हो चुके इस दंपति ने घर के बाहर ही डेरा डाल दिया है।और दो दिनों से भूखे प्यासे मदद के लिए निगाहे लगाए है।वही कलयुगी बेटा घर से मां बाप को निकालने के बाद घर में बाहर से ताला डाल कर फरार हो गया है।ऐसे मुहल्लो वालो ने बताया है।लेकिन सबसे बड़ी बात यह है की मां बाप को घर से निकालने के बाद दो दिनों से भूखे प्यासे बैठे होने के बाद भी कोई शासन प्रशासन की मदद नहीं मिली। बूढ़ी मां सावित्री ने बताया की पुलिस वाले आए थे और खाना खा लो ऐसी बात कह कर चले गए।अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है की योगी सरकार के रामराज्य में ऐसी घटना होने के बाद भी कुछ न होना किस ओर इशारा कर रहा है।ये समझ से परे है।