चकबन्दी लेखपाल पर रिश्वत लेने का आरोप,वीडियो वायरल

समाधान दिवस मे तथा डीएम से की गयी चकबन्दी लेखपाल की रिश्वत लेने की शिकायत

शिकायत पर बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी शाहजहाँपुर ने जांच चकबन्दी अधिकारी जलालाबाद को सौंपी

दिनेश मिश्रा वरिष्ठ पत्रकार"गुरू जी"
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कलान-शाहजहाँपुर
चकबंदी लेखपाल पर किसान ने चक बनाने के नाम पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। इस मामले का वीडियो वायरल हुआ है। पीड़ित ने जिलाधिकारी से शिकायत कर कार्रवाई की गुहार लगाई है। डीएम ने मामले में संज्ञान लेते हुए सीओ चकबंदी को जांच दी है। तहसील क्षेत्र के एक गांव निवासी मुकेश कुमार ने चकबंदी लेखपाल पर
आरोप लगाते हुए बताया है कि लेखपाल ने उड़ान चक काट दिया था।जिसे सही करने के लिए लेखपाल ने 70,000 रुपये की मांग की।जब किसान मुकेश ने असमर्थता जाहिर की तो लेखपाल ने उसे हड़काते हुए चक न बनाने की धमकी दी। परेशान किसान ने कर्ज लेकर रुपयों की व्यवस्था की और लेखपाल को बीस हजार रुपये दे दिए। किसान का आरोप है कि
रुपये देने के बाद भी उसने चक नहीं बनाया। लेखपाल 50,000 रुपये की और मांग कर रहा था।किसान ने चकबंदी विभाग के अधिकारियों से भी शिकायत की। लेकिन सुनवाई नहीं हो सकी। इस घटना का वीडियो किसान ने अपने मोबाइल में बना लिया था । परेशान किसान जिला अधिकारीउमेश प्रताप सिंह के समक्ष पेश
हुआ और वीडियो दिखाकर कार्रवाई की गुहार लगाई। डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच सीओ चकबंदी जलालाबाद को सौंप दी है।मजे की बात तो यह है कि वायरल वीडियो में दो व्यक्तियों ने चकबन्दी लेखपाल बारू सिहं को रिश्वत दी। एक व्यक्ति ने ₹20000 दिए तो वही दूसरा व्यक्ति सिर्फ चकबंदी लेखपाल से ₹100 छोड़ने की बात कर रहा है। लेकिन चकबंदी लेखपाल का दिल नहीं पसीजा कि वह रिश्वत के पैसों में ₹100 ही छोड़ दे। चकबंदी लेखपाल ने उक्त किसान पर ₹100 तक नहीं छोड़े। वायरल वीडियो माह पहले का बताया जा रहा है। चकबंदी लेखपाल बारू सिंह तहसील क्षेत्र के छिदकुरी खादर हल्का मे तैनात है। वहीं छिदकुरी के ग्राम प्रधान धर्मवीर ने जानकारी देते हुए बताया कि चकबंदी का कार्य 2 मई से शुरू हुआ था और चकबंदी के कार्य की कार्यवाही 8 अगस्त को बैठक समाप्त की गई है।लेकिन चकबंदी लेखपाल अभी भी ग्राम प्रधान व सदस्यों की सहमति के बगैर उड़ान चक काट रहा है। उन्होंने बताया कि चकबंदी लेखपाल बारू सिंह अभी भी पैसे लेकर चक्र काटने का काम बदस्तूर लगातार कर रहा है।उन्होंने बताया कि चक नापने का प्रावधान 3 महीने का होता है।जबकि लेखपाल को लगभग चकबंदी का कार्य करते 5 महीने हो चुके हैं।उधर मामले की जांच कर रहे सी ओ चकबन्दी जलालाबाद ने ग्राम प्रधान धर्मवीर के बयान दर्ज किये हैं।वहीं जब इस संबंध में चकबंदी लेखपाल बारू सिंह से उसके मोबाइल फोन पर बात की गई तो उसने बताया कि पिछले माह उसे बुखार आ गया था।जिस कारण वह रजाई ओढ़े लेटा था।किसी ने वीडियो बना लिया।उसने बताया कि वीडियो गलत है। दही जब इस संबंध में एसडीएम कलान दशरथ कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया की तहसील समाधान दिवस में चकबंदी लेखपाल के विरुद्ध रिश्वत लेने के आरोप का शिकायती पत्र तथा वीडियो प्राप्त हुआ था। मामले की जांच बन्दोबस्त अधिकारी शाहजहाँपुर द्वारा चकबन्दी अधिकारी जलालाबाद को सौंपी गयी है।
रुपये लेने का वीडियो वायरल होने पर मामला क्षेत्र मे व्यापक चर्चा का विषय बना हुआ है।