*CRPF जवान नरेश जाट सुसाइड केस: आंदोलन जारी, गतिरोध बरकरार, 46 घंटे बाद भी मोर्चरी में रखा है शव*

*CRPF जवान नरेश जाट सुसाइड केस: आंदोलन जारी, गतिरोध बरकरार, 46 घंटे बाद भी मोर्चरी में रखा है शव*

सवांददाता ओम प्रकाश प्रजापत

जोधपुर। सीआरपीएफ के जवान नरेश जाट (CRPF का शव घटना के तीसरे दिन बुधवार को भी सुबह तक परिजनों ने नहीं लिया है। मृतक जवान के परिजन और समाज के लोग 7 सूत्री मांगें पूरी नहीं होने तक शव उठाने से इंकार कर चुके हैं। इस मुद्दे को लेकर आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल आंदोलन करने के मूड में नजर आ रहे हैं। वे जोधपुर में ही डेरा डाले हुये बैठे हैं। वहीं गत वर्ष आत्महत्या करने वाले सीआरपीएफ के एसआई विकास कुमार की पत्नी कविता देवी भी जोधपुर पहुंच चुकी है। वह भी अपने पति की मौत का इंसाफ मांगने चूरू जिले के राजगढ़ तहसील के गांव घनाऊ से आई है। नरेश जाट ने सोमवार को सुबह करीब 11.30 बजे जोधपुर के करवड़ थाना इलाके में स्थित सीआरपीएफ के ट्रेनिंग सेंटर में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। उसके शव को जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। मोर्चरी के बाहर मृतक के परिजन, जाट समाज के लोग और आरएलपी के नेता धरना देकर बैठे हैं। वे 7 सूत्रीय मांगों को पूरी नहीं होने तक शव नहीं उठाने पर अड़े हैं। बुधवार को सुबह 9.30 बजे तक परिजनों ने शव को नहीं लिया।

*पिता बोले-मुझे मेरा बेटा जिंदा चाहिए*

जोधपुर मृतक के पिता लिखमाराम ने कहा कि मेरा बेटा मैंने सीआरपीएफ को जिंदा सौपा था। मुझे मेरा बेटा जिंदा चाहिए। मैं किसी भी तरह के मुआवजे या पैसे का भूखा नहीं हूं। मुझे न्याय चाहिए। उन्होंने कहा कि शव उठाने को लेकर जो निर्णय हनुमान बेनीवाल करेंगे उन्हें वह मान्य होगा। इस बीच मंगलवार रात को दिल्ली से जोधपुर आए सीआरपीएफ के आईजी आरके यादव, राजस्थान के सीआरपीएफ आईजी विक्रम सहगल और जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट डीसीपी ईस्ट डॉक्टर अमृता दुहान के साथ प्रदर्शनकारियों की करीब ढाई घंटे वार्ता हुई लेकिन वह बेनतीजा रही।

*सीआरपीएफ प्रशिक्षण केन्द्र में 3 बरसों में 3 आत्महत्या*

नागौर सांसद एवं आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने कहा कि पैरा मिलिट्री फोर्सेज के जवान लगातार आत्महत्या कर रहे हैं। उनमें अवसाद कैसे उत्पन्न हो रहा है. इस पर चिंतन करने की आवश्यकता है। जोधपुर सीआरपीएफ प्रशिक्षण केन्द्र में 3 वर्षों में 3 आत्महत्या हो चुकी हैं। नरेश जाट का शव तब तक नहीं उठाएंगे जब तक की उनकी सभी मांगें नहीं मान ली जाती।

*गत वर्ष एसआई ने फांसी लगाकर सुसाइड किया था*

गत वर्ष 19 दिसंबर को इसी सीआरपीएफ प्रशिक्षण केन्द्र परिसर में एसआई विकास कुमार ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मंगलवार को विकास कुमार की पत्नी कविता देवी भी मोर्चरी के बाहर धरना स्थल पर पहुंची। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पति को किसी अधिकारी ने पपीता लाने के लिए कहा था। वे कच्चा पपीता लेकर आ गए थे। उसके बाद अधिकारी दंपति ने उनको खूब खरी-खोटी सुनाई और प्रताड़ित किया। इससे आहत होकर उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।