जिलाधिकारी अनुज सिंह ने मिश्रित तहसील का किया औचक निरीक्षण, अधिनस्थों को व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के दिए निर्देश ।

सीतापुर / जिलाधिकारी अनुज सिंह ने आज तहसील मिश्रित के विभिन्न पटलों का औचक निरीक्षण किया । जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी न्यायालय व तहसीलदार न्यायालय पहुंचकर लम्बित वादो का बारीकी से निरीक्षण किया । तथा समय बध्य निस्तारित करने के निर्देश दिए । वहीं भूमि पट्टा संबंधी मामलों में धारा 34 के अंतर्गत डालकर एक माह में निस्तारित करने के आदेश दिए । धारा 116 की कार्यवाही के संबंध में जानकारी ली । तथा जो मुकदमें काफी समय से विचाराधीन चल रहे हैं । उनको एक माह में समाप्त करने के निर्देश दिए । धारा 34 के विषय में जानकारी ली । और धारा 26 का प्रयोग करते हुए अवैध कब्जा हटवाने का निर्देश दिया । पट्टा सम्बंधी वादों को एक माह के अंदर निस्तारित करने के निर्देश दिए । संग्रह विभाग में सभी रिकर्डों का निरीक्षण किया । आरसी आनलाइन व राजस्व वसूली बढ़ाने के निर्देश दिए । संग्रह अभिलेखागार का बारीकी से निरीक्षण किया । तथा बक्से खुलवा खसरा , खेतौनी आदि का निरीक्षण किया । तथा पत्रावलियों की बदहाल स्थिति देख कर रजिस्ट्रार कानूनगो को नसीहत देते हुए कहा कि महत्वपूर्ण दस्तावेजों को सुव्यवस्थित रूप से रखें । निष्प्रयोज्य व कालातीत पत्रावलियों का निस्तारण कराकर कक्ष की व्यापक रूप से साफ सफाई कराए । कानूनगो कक्ष में पहुंच कर पूंछा कितनी ग्राम पंचायतों व न्याय पंचायत में गौशालाओं हेतु भूमि उपलब्ध कराई गई है । तथा किन ग्राम पंचायतों और न्याय पंचायतों में गौशालाऐं निर्मित हो चुकी हैं । उनमें रह रहे गौवंशों हेतु चारा ,भूसा कितना संरक्षित किया गया है । जानकारी ली । जिस पर एसडीएम ने भूसा संरक्षित कराने की बात कही । आर के सेक्शन, माल बाबू कार्यालय, संग्रह अमीन कार्यालय का भी निरीक्षण किया । सम्बन्धित पटलों के राजस्व कर्मियो को आवाश्यक दिशा निर्देश दिए । इस मौके पर उपजिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव , तहसीलदार आर के गुप्ता , नायब तहसीलदार ओपी मिश्रा , खण्डविकास अजय सिंह , अधिशासी अधिकारी आर पी सिंह सहित सभी कर्मचारी उपस्थित रहे । कास जिलाधिकारी अगर तहसील से पहले पड़ने वाले विकास खंड कार्यालय का भी निरीक्षण कर लेते तो ग्रामीण विकास कार्यों में होने वाले हेरफेर की बात स्वयं ही उजागर होकर उनके सामने आ जाती क्योंकि निरीक्षण के डर से ब्लॉक में तैनात लगभग सभी ग्राम पंचायत सचिव और मनरेगा का कार्य देखने वाले टी ए अपने कार्यालयों में ताले लगाकर पहले ही नदारद हो गए थे। इतना ही नहीं यहां के नगर पालिका परिषद कार्यालय और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बदइंतजामियां भी जिलाधिकारी के निरीक्षण के बाट जोह रही है।