चकिया: बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने डिप्टी सीएम से किया मुलाकात, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के स्थानांतरण का किया मांग

चकिया बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने डिप्टी सीएम से किया मुलाकात, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के स्थानांतरण का किया मांग

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चंदौली: जनपद में दो दिवसीय दौरे पर है डिप्टी सीएम बृजेश पाठक से शनिवार की दोपहर भाजपा कार्यालय पहुंचकर चकिया बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने मुलाकात किया। जहां उन्होंने चकिया ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा की शिकायत करते हुए अन्यत्र जगह पर इनका स्थानांतरण करने का मन किया। वहीं अधिवक्ताओं ने चकिया नगर पंचायत में प्रशासक के रूप में तैनात ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पर नगर पंचायत के विकास कार्यों में भ्रष्टाचार करने के भी आरोप लगाए। जिस पर अधिवक्ताओं की बात सुनने के बाद डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने अधिवक्ताओं को जल्द से जल्द मामले पर जांच कराकर उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

आपको बता दें कि चकिया बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं द्वारा पिछले 1 सप्ताह से कचहरी परिसर में धरना प्रदर्शन कर चकिया ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा के खिलाफ विरोध किया जा रहा है। और इन पर अभद्रता व मनमानी करने का आरोप लगाते हुए इन्हें हटाने का मांग किया जा रहा है। जिसके बाद चंदौली जनपद में दो दिवसीय दौरे पर आए यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक से चंदौली स्थित भाजपा कार्यालय पर पहुंचकर चकिया बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं का एक दल शनिवार की दोपहर मुलाकात किया। और ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के तानाशाही रवैया को लेकर एवं चकिया नगर पंचायत में घोर अनियमितता और भ्रष्टाचार के संबंध में शिकायत करते हुए इनका स्थानांतरण किए जाने की मांग की। अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि नगर पंचायत में प्रशासक होने के नाते किसी भी विकास कार्य में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट द्वारा 42% कमीशन दिया जाता है तथा बिजली व अन्य सामानों का फर्जी खरीदारी दिखाकर भुगतान करके सरकारी धन गबन लिया जाता है। अगर नगर में किसी के मकान को अवैध अतिक्रमण बता कर ढहा दिया जाता है। तथा किसी से अवैध वसूली भी की जाती है। नहीं अधिवक्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि ज्वाइंट मजिस्ट्रेट से शिकायत करने के बाद उनकी खुली धमकी रहती है कि शासन अथवा प्रशासन मेरे खिलाफ कोई कार्रवाई की हिम्मत नहीं कर सकता। वही अधिवक्ताओं ने बताया कि ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के स्थानांतरण को लेकर इसके पहले राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री, राज्यपाल, मानवाधिकार, उपमुख्यमंत्री, रक्षामंत्री,मंडलायुक्त वाराणसी, जिलाधिकारी चंदौली, उद्योग मंत्री भारत सरकार एवं स्थानीय विधायक को भी अवगत कराया जा चुका है। जिस पर अधिवक्ता की बात सुनने के बाद डिप्टी सीएम ने जल्द मामले की जांच करा कर दो से मिलने पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

इस दौरान अध्यक्ष प्रेम नारायण तिवारी, महामंत्री संतोष कुमार चौरसिया,रामविलास पाल, बिंदेश्वरी द्विवेदी, अशोक कुमार, हरीश चंद्र पाल, पुस्तकालय अध्यक्ष मारुति नंदन आनंद, शाहनवाज खान, भैया लाल श्रीवास्तव विकास कुमार पांडेय, कृति तिवारी, लालचंद सिंह एडवोकेट, अनिल कुमार मौर्य, वशिष्ठ मौर्य सहित तमाम अधिवक्ता मौजूद रहे।