एआरटीओ कार्यालय के अंदर बाबू ने अन्य दो साथियों के साथ काम कराने गए व्यक्ति को लेनदेन के मुद्दे पर जमकर पीटा

AMETHI : उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्य नाथ प्रदेश भर में भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाते हुए ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है लेकिन अमेठी में उस नीति का न तो कोई असर है और न ही भ्रष्टाचारियों को कोई डर है। जिले में कहीं लेखपाल तो बिजली विभाग का जेई तो कहीं पंचायत विभाग के कर्मी, ये सब खुले आम जनता को लूट रहे हैं। इस मामले में आरटीओ कर्मी एक नंबर पर चल रहे हैं। इस महंगाई के दौर क्लर्कियल ग्रेड का वेतन पाने वाले क्रेटा जैसी महंगी गाड़ियों से बाबू गीरी करने दफ्तर आते है। पीड़ितों के हर काम में अड़ंगा लगाने वाले ये भ्रष्टाचारी धनलाभ पाते ही अड़ंगा समाप्त का अलार्म बजाते हैं फिर काम होने लगता है।

आज इसी की बानगी में अमेठी आरटीओ कार्यालय के बाबू विवेक सिंह ने कार्यालय में काम कराने आए व्यक्ति को अपने दो अन्य बाबुओं के साथ कार्यालय के अंदर ही जमकर पीटा। पिटा हुआ व्यक्ति किसी तरह दबंग बाबू से छुटकारा पाया तो बाहर निकल भागा और बाहर रहे अपने अन्य साथियों के साथ लाठी डंडों से लैस होकर जमकर हंगामा किया। हंगामा बढ़ता देख दबंग बाबू की हेकड़ी गुम हो गई तो पुलिस को सूचना दी गई। ताज्जुब तो ये है कि कार्यालय में बाबू ने फरियादी को पीटा और एआरटीओ अपने कक्ष में बैठे फोन पर लगे रहे, उन्हे कुछ पता ही नहीं चला। उन्हे प्रकरण की जानकारी तब हुई जब फरियादी साथियों के साथ परिसर के अंदर हंगामा करने लगा।
सूचना पर एसपी अमेठी दिनेश सिंह और सीओ भारी पुलिस फोर्स के साथ एआरटीओ कार्यालय पहुंचे तब कहीं जाकर हंगामा करने वाले भागे। हंगामे के दौरान परिसर में खड़ी गाड़ियों में भी जमकर तोड़फोड़ की गई।

फिलहाल कार्यालय और परिसर के बाहर बैठे इनके कमाऊ पूत जो दलाल के नाम से भी जाने जाते हैं, इनका गठजोड़ बहुत पुराना व तगड़ा है। ये चोर चोर मौसेरे भाई हैं। बिना बाहरी दलालों के बाबुओं की कमाई नहीं बनती है और ये जो मारपीट कार्यालय के अंदर हुई वो इसी का परिणाम है।सरकार जब तक हर काम के लिए सिटिजन चार्टर नहीं लागू करेगी, भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लग सकेगा।