नगर पंचायत पार्षद व आवास इंचार्ज की मिली भगत से आवासीय लाभार्थी के खाते से उड़ाए गए पैसे  

ऊंचाहार रायबरेली

प्रधानमंत्री शहरी आवासीय योजना के तहत उत्तर प्रदेश सरकार ने जहां गरीब लाभार्थियों के लिए� प्रधानमंत्री शहरी आवासीय योजना लागू की। तो वही करोड़ों लाभार्थियों ने इसका लाभ भी उठाया। लेकिन कुछ लाभार्थी ऐसे भी है जिनसे आवास की किस्त के नाम पर लाखों की ठगी की जा रही है।�

ऐसा ही एक मामला ऊंचाहार नगर पंचायत का हैं जहां प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के अंतर्गत वार्ड के ही सभासद और आवास इंचार्ज की मिली भगत से महिला लाभार्थी के 50हजार की तीसरी किस्त के पैसे को खाते से ही पार कर दिया गया और 50 हजार क्रेडिट का मैसेज पीड़िता के मोबाइल पर भेज दिया गया। पीड़िता लाभार्थी के खाते में पहली किस्त व दूसरी किस्त खाते सफलता पूर्वक आ गई पर जब तीसरी किस्त का मैसेज उसके मोबाइल नंबर पर आया तो पीड़िता ने बताया वो पैसे मेरे खाते में ही नही आए और जो किस्त खाते में� आए है वो खाता उसका है ही नही। पीड़िता ने जब इसकी जानकारी अपने ही वार्ड के सभासद( कल्लू) और आवास इंचार्ज (आलम) को दी तो उन्होंने पीड़िता से पैसे की डिमांड कर डाली। आगे पीड़िता ने आरोप लगाते हुए बताया की इससे पूर्व भी सभासद (कल्लू) व आवास इंचार्ज (आलम) ने उससे दो किस्त के पैसों में से 25 हजार रूपए ले लिए। और जब अब तीसरी किस्त आनी थी तो उस किस्त में भी अपनी आंखे गड़ाए बैठे हुए है। आगे पीड़िता ने अपने बयान देते हुए बताया की उसके तीसरी किस्त के पैसे का मैसेज फरवरी में ही आ गया था। लेकिन सभासद ( कल्लू) और आवास इंचार्ज (आलम) उस महिला को ये कहते है की 10 हजार रुपए दो तब तुम्हारे पैसे तुम्हारे खाते में आ जायेगा। अब इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार में अभी तक किस प्रकार से भ्रस्टाचार पैर पसार कर लोगो को खोखला कर रहा है । ऐसे में देखना ये है कि खबर पर उच्च आला अधिकारी नजर डालते है या यूं ही नजर बंद करते है।