कोतवाली प्रभारी व आरक्षक की मिली भगत से युवाओं का हो रहा भविष्य खराब,

उच्च अधिकारियों की चुप्पी समझ से परे

बैकुण्ठपुर। कोरिया पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के द्वारा जिले में चलाया जा रहा निजात अभियान को लगातार सफलता मिल रही है उसके साथ ही बॉलीवुड से लेकर छत्तीसगढ़ के गायक आम आदमी भी लगातार सराहना कर रहे हैं और कहीं ना कहीं इसमें अपना समर्थन दे रहे हैं किंतु ठीक इसी के विपरीत बैकुंठपुर कोतवाली थाना प्रभारी व आरक्षक की मिलीभगत से शहर के युवाओं का भविष्य भी बर्बाद किया जा रहा है, इसकी जानकारी पुलिस अधिक्षक को मोबाईल के माध्य से दी गई है, सांथ ही कोतवाली प्रभारी व आरक्षक भानु प्रशाद के द्धारा किस तरह से युवक को झुठी कार्यवाही करते हुए अपराध दर्ज किया गया है इसकी जानकारी भी पुलिस अधिक्षक को लिखित मे दी गई है और कोतवाली प्रभारी व आरक्षक के द्वारा किस प्रकार थानें से कोडिन युक्त चार शिरफ निकाल कर अपराध पंजिबद्ध किया गया है यह जानकारी थी दी गई है। मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली पुलिस के द्वारा बिते दिनों जानकारी मिली की कोतवाली थाना अंतर्गत ग्राम सागरपुर मे एक युवक कोडिन युक्त शिरफ बेंच रहा है जिसको कोतवाली मे पदस्त आरक्षक भानु प्रताप पकडा है, लेकिन सागरपुर मे जब आरक्षक युवक को पकडा तब वहां पर किसी प्रकार से कोई भी नशिली दवाईयां बरामद नहीं की गई थी। जब युवक के परिजन थाना पहूंच कर जानकारी चाही तब प्रभारी अश्वनी सिंह नें कहा रुको बताते है, तभी प्रभारी आरक्षक भानु को बुला कर थाना मे रखे चार कोडिन युक्त शिरफ को निकाल बाहर रखे और कहे की यह युवक के पास से बरामद हुआ है, परिजन के पुछनें पर की यह थाना का है तब आरक्षक का कहना था की पांच हजार दो छोड देंगें यह वहीं बात हुए की जब पुलिस अधिक्षक के द्वारा निजात अभियान चलाया जा रहा है जिसके पास कुछ नहीं मिल रहा उसे फर्जी कार्यवाही कर रहे है तो कोतवाली मे प्रभारी की जानकारी मे चार नग कोडिन युक्त शिरफ निकला है ऐसे मे कोतवाली प्रभारी और आरक्षक के उपर भी कार्यवाही होनीं चाहिए जिस प्रकार युवक के उपर फर्जी कार्यवाही हुई है। कोतवाली का यह पहला मामला नहीं जब किसी बेगुनाह के खिलाफ कोतवाली मे फर्जी कार्यवाही हुई हो, 14 अगस्त 2021 का जो मामला था उसमे भी एक युवक के पास से मात्र एक नग इंजेक्शन बरामद हुआ था, लेकिन कोतवाली से रातों रात एक इंजिक्सन सैकड़ों मे तब्दील हो गया था। इसी प्रकार ना जानें और कितनें बेगुनाहों को कोतवाली पुलिस के द्वारा निजात अभियान के तहत बली चढाया गया है। जिले के पत्रकार इसका खुले तौर पर विरोध करते है। इसके लिए कोतवाली प्रभारी व आरक्षक भानु के खिलाफ लिखित शिकायत भी की गई है और 24 घण्टे मे कार्यवाही नहीं होनें पर पुलिस अधिक्षक को पुलिस के द्वारा दिये जानें वाले सभी समाचारों का बहिष्कार करनें की बात उल्लेखित है। लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही पुलिस अधिक्षक के द्वारा नहीं की गई है। वहीं पत्रकार संघ नें कहा है यदि 27 अक्टुबर तक कोतवाली प्रभारी व आरक्षक भानु के खिलाफ कडी कार्यवाही नहीं की जाती है तो पुलिस अधिक्षक कार्यालय के सामनें धरना प्रदर्शन करनें के लिए पत्रकार संघ बाध्य रहेगा जिसकी सम्पुर्ण जिम्मेदारी पुलिस विभाग की होगी।