चकिया- नगर पंचायत में दीवारों पर हो रही वॉल पेंटिंग में दिखी अनियमितता, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के मुहिम का पलीता लगा रहे इओ व ठेकेदार 

चकिया नगर पंचायत में दीवारों पर हो रही वॉल पेंटिंग में दिखी अनियमितता, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के मुहिम का पलीता लगा रहे इओ व ठेकेदार

संवाददाता कार्तिकेय पांडेय

चकिया- नगर पंचायत में जहां एक तरफ ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/प्रशासक प्रेम प्रकाश मीणा द्वारा नगर में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है और अतिक्रमण मुक्त कराया जा रहा है। वहीं ज्वाइंट मजिस्ट्रेट द्वारा नगर पंचायत के लिए स्वच्छ चकिया सुंदर चकिया का मुहीम चलाया गया है। जिसके तहत नगर के सार्वजनिक स्थलों एवं दीवारों पर वॉल पेंटिंग कर तरह-तरह के एक लोगन एवं चित्रों को प्रदर्शित कराने के निर्देश दिए गए हैं। जिससे लोग और जागरूक हो सके।

बताते चलें के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की तरह चकिया नगर में भी चारों तरफ स्वच्छता एवं जागरूकता की अलख जगाने में लगे हुए हैं। लेकिन नगर पंचायत के कर्मचारी अधिकारी व ठेकेदार मिलकर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट द्वारा चलाए जा रहे हैं मुहिम के तहत हो रहे कार्य में भी भ्रष्टाचार कर कार्यों के लिए आए हुए धनराशि में धनगबन रहे हैं। कुछ ऐसा ही मामला पिछले दिनों देखने को मिला जहां नगर के गांधी पार्क में तथा बाहर दीवाल पर किए गए वॉल पेंटिंग में अनियमितता देखने को मिली। दीवाल को बिना साफ कराएं ही बरसात के पानी से जमी काई पर ही चुना पुतवा कर और रंग से डिजाइन बना दी गई है। जबकि वहीं नगर पंचायत कार्यालय में दीवानों की सफाई कर क्लीन वॉल पेंटिंग की गई है जो कि छूटने ना पावे। लेकिन यहां लापरवाही देखने को मिली।

आपको बताते चलें कि सार्वजनिक स्थानों पर किए जाने वाले वॉल पेंटिंग को प्लास्टिक पेंट से किया जाता है जिससे कि वह जल्द ही छूटने ना पावे। लेकिन कहीं-कहीं कोरमपूर्ति के चक्कर में केवल चूने से दीवारों पर पेंटिंग करा दी जाती है खराब होकर कुछ ही दिनों में मिट जाता है। और उसके बाद कोई भी ध्यान नहीं दे पाता है।

अब देखना यह होगा कि ज्वाइंट मजिस्ट्रेट द्वारा चलाई जा रही मुहिम के तहत नगर के लोगों को जागरूक करने के लिए किए जा रहे वॉल पेंटिंग में हो रही अनियमितताओं पर रोक लगाई जाती है या फिर इसी तरह नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी और ठेकेदार मिलकर सही ढंग से प्लास्टिक पेंट से पेंटिंग ना करा कर इसके भी धन को गबन करते रहते हैं।