चंदौली-सत्ताधारी पार्टी के नेता प्रशासन से एक तरफ जोड़ रहे रिश्तेदारी तो दूसरी ओर पड़ रहे भारी,  

सत्ताधारी पार्टी के नेता प्रशासन से एक तरफ जोड़ रहे रिश्तेदारी तो दूसरी ओर पड़ रहे भारी,

संवाददाता कार्तिकेय पांडेय

चंदौली- जहां एक तरफ सुबे के मुखिया उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लगातार आगामी चुनाव को देखते हुए पदाधिकारियों का विभिन्न पदों पर चयन किया जा रहा है और उन्हें उस पदों पर सत्य निष्ठा एवं ईमानदारी से कार्य करना की शपथ दिलाई जा रही है। लेकिन इससे पहले लोगों से बात करने के लहजे एवं तमीज पदाधिकारियों को बिल्कुल ही नहीं सिखाया जा रहा है। जोकि वर्तमान समय में शासन सत्ता में पद मिलने पर पार्टी में हाईकमान तक पहुंच होने की गर्मी होने पर प्रशासन पर भारी पड़ रहा है। एक तरफ उनके द्वारा रिश्तेदारी नहीं पाया जा रहा है।तो दूसरी ओर उनसे छोटे पदों पर रहने वाले लोगों पर शासन सत्ता के नेता भारी पड़ रहे हैं।

कुछ ऐसा ही मामला चंदौली जनपद में भी देखने को मिला जहां पर अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं की बात को लेकर प्रशासन तक अपनी हनक जमाते हैं और उच्चाधिकारियों को बिना लहजे में बाय नेम बुलाते हैं।और कार्यालय में पहुंचकर ऊंची आवाज में हुंकार भरते हैं। वही प्रशासन के एक व्यक्ति को अपना रिश्तेदार बताते हैं तो दूसरे व्यक्ति को देख लेने की धमकी देकर थाने से वापस चले जाते हैं।

क्या अब यही रह गया है कि जो बीजेपी सरकार उत्तर प्रदेश से गुंडागर्दी खत्म करने का दावा करती है अब उसी के नेता खुद गुंडागर्दी कर अपने पार्टी की किरकिरी कराते नजर आ रहे हैं और खुद प्रशासन पर हावी हो जा रहे हैं। आखिर का सबसे बड़ा सवाल यह है कि ऐसे में प्रदेश की योगी सरकार उत्तर प्रदेश से गुंडाराज कैसे खत्म कर सकती है जब वह अपने नेताओं को खुद नहीं संभाल सकती।