कोविड-19 में ट्रेसिंग, टेस्टिंग एवं ट्रीटमेंट के महत्व की जानकारी देने बिहान के 192 मास्टर ट्रेनर को दिया गया प्रशिक्षण ”किसी को छूना भी नहीं है परन्तु किसी का साथ छोड़ना भी नही है “ के संदेश के सा

बलरामपुर 08 मई 2021/जिले में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारी एवं सामुदायिक संवर्गों द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में कोविड संक्रमण के प्रसार को रोकने में अहम् भूमिका निभायी जा रही है। बिहान द्वारा अपने कार्यों को और बेहतर ढंग से क्रियान्वित करने के लिए कलेक्टर श्री श्याम धावड़े के निर्देशानुसार एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती तुलिका प्रजापति के मार्गदर्शन में दूसरे चरण का जिलास्तरीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। उक्त प्रशिक्षण में समस्त जनपद पंचायतों के ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक, यंग प्रोफेशनल, एरिया को-ऑर्डिनेटर, पी0आर0पी0 एवं कैडर सहित कुल 192 मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षित किये गए। प्रशिक्षण में मुख्य रूप से मास्क की अनिवार्यता, टीकाकरण की प्रक्रिया, टीकाकरण के पश्चात् की सावधानी, व्यक्तिगत स्वच्छता, स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते हुए शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढाने के उपायों के बारे में बताया गया। साथ ही कोविड-19 के प्रसार के कारणों जैसे बाहरी व्यक्तियों का गाँव में प्रवेश करना ,सर्दी-खांसी के लक्षण पर ध्यान नहीं देना, गाँव के स्तर पर खुद से इलाज कराना, सामूहिक गतिविधियों का आयोजन करना, होम आइसोलेशन के नियमां को न मानना, संक्रमित सदस्य के परिवार वालों का बाहर घूमना आदि विषयों पर चर्चा करते हुए महत्वपूर्ण निर्देश दिये गये। प्रशिक्षण में कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए 03 प्रमुख सूत्र ट्रेसिंग, टेस्टिंग एवं ट्रीटमेंट पर भी विस्तृत चर्चा की गई तथा इसके बेहतर क्रियान्वयन तथा लोगों को इन विषयों पर जागरूक करने के बारे में बताया गया। बिहान से जुड़े सभी अमलों की प्रमुख जिम्मेदारी जैसे बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश की निगरानी, सर्दी-खांसी जैसे लक्षण होने पर टेस्ट कराने का सलाह देना, संक्रमित सदस्य के परिवार वालो को भी सावधानी बरतने के लिए प्रोत्साहित करना, गाँव में जागरूकता के लिए दीवार लेखन, टीकाकरण के लिए आमजनों को प्रोत्साहित एवं सहयोग करने के बारे में जानकारी दी गई। अब आगामी चरण में प्रशिक्षित ट्रेनर अपने जनपद एवं क्लस्टर में प्रशिक्षण का आयोजन करेंगे, जिससे की समस्त क्लस्टर संगठन, ग्राम संगठन, समूह सदस्य तक उक्त जानकारी की पहुँच सुनिश्चित की जा सके। ?किसी को छूना भी नहीं है परन्तु किसी का साथ छोड़ना भी नही है ? इस सन्देश के साथ प्रशिक्षण का समापन किया गया।