पत्रकारों को बेवजह थाने मे बैठाना तानासाह से कम नहीं, होगा विरोध प्रदर्शन - रेवा यादव

बैकुण्ठपुर पत्रकारों को देश का चौथा स्तंभ कहा जाता है, पत्रकार अपनी जान जोखिम मे डालकर प्रजा को गलत सही का आईना दिखाता है जिसके बाद भी प्रशासन को पत्रकारों को बेवजह प्रताड़ित करना एक आम बात हो गई है जब से छत्तीसगढ़ प्रदेश मे कांग्रेस की सरकार आई है तब से हमारे प्रदेश सहित कोरिया जिले के पत्रकारों को हमेशा प्रशासन के तानासाह रवैये का सामना करना पड रहा है जबकि मुख्यमंत्री भुपेश बघेल नें स्वयं सत्ता मे आनें से पहले कहा था कि हम पत्रकार कानून लागू करेंगे जिससे पत्रकारों पर हो रही जातती नहीं होगी लेकिन प्रदेश मे कांग्रेस की सरकार आते ही सबसे पहले पत्रकारों को ही प्रताड़ित किया जा रहा है वहीं भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य रेवा यादव ने कहा कि एक ताजे मामले मे मनेन्द्रगढ़ के किसी प्रशासनिक अधिकारी द्वारा अपने रिश्तेदार को कोविड गाइडलाइंस का उल्लंघन करते हुए सुविधाजनक स्थान में रखने की खबर चलाये जाने के कारण पत्रकारों को जबरन थाने में बैठाने की घटना हुई है एक तरफ पूरा देश कोरोना महामारी की चपेट में है और दूसरी तरफ जिन जिम्मेदार अधिकारियों को नियंत्रण की जवाबदेही दी गयी है वही नियमों को ताक में रख कर कायदे कानून की धज्जियाँ उड़ा रहे हैं यदि मीडिया ऐसे मामलों को उठाती है तो दादागीरी कर उनके ऊपर प्रकरण दर्ज करने की धमकी देकर थाने में बैठाया जाता है समाज के चौथे स्तम्भ को यदि इस तरह दबाया जाएगा तो लोकतंत्र में आमजन के साथ न्याय की उम्मीद बेइमानी है जबकि देखा जा रहा है कि पत्रकारों पर लगातार कांग्रेस शासन ने जनप्रतिनिधियों सहित कांग्रेस के पदाधिकारी झुठे केश मे फंसा भी रहे है। भारतीय जनता पार्टी इसका पुरजोर विरोध करती है, यदि जरुरत पडेगी तो हम पुलिस अधिक्षक कार्यालय का घेराव भी करेंगे।