दुगनी जोश के साथ प्रदेश के स्टाफ नर्सेज तैयार है सेवा के लिए सरकार के साथ खड़े हैं .

कुरुद/धमतरी:-प्रदेश की जनता की सेवा में समर्पित स्टाफ नर्सेज किसी भी परिस्थिति में छत्तीसगढ़ के लोगों को कोरोना संक्रमण से मुक्त करने में सदा तत्पर रहेंगे.

परिचारिका कर्मचारी कल्याण संघ के जिलाध्यक्ष श्री घनश्याम बंजारे ने बताया की पीड़ित मानव के सेवक स्टाफ नर्सेज का डिप्लोमा कोर्स साढे 3 वर्ष और डिग्री कोर्स 4 वर्ष का होता है, लगभग डॉक्टरी कोर्स में जितने विषय होते हैं उतने सब्जेक्ट की पढ़ाई होती है ,जिसमें 4 से 6 लाख रुपये का खर्च आता है ।

तथा स्टाफ नर्सेज का कार्य बहुत ही विस्तृत है लोग इन्हें केवल सुई लगाने वाले और पट्टी करने वाले समझते हैं इनके विस्तृत कार्य को दबा दिया जाता है इस फील्ड में ज्यादातर महिलाएं होती हैं वास्तव में स्टाफ नर्सेज का कार्य बहुत ही जटिल होता है 24 घंटे वह पीड़ित मानव की सेवा में उसके बेड पर ही देखभाल करती है, स्टाफ नर्सेज पूरी तरह प्रशिक्षित होती है सारे दवाइयों को जानती हैं सारे इन्वेस्टिगेशन को जानती है सारे रिपोर्ट्स का आकलन करती है तथा सभी प्रकार के बीमारियों के बारे में भी विशेष प्रशिक्षित होते हैं।

डॉक्टर के द्वारा प्रिसक्रिप्शन नोट दिया जाता है उसके पश्चात पूरे ड्यूटी के दौरान उस प्रिसक्रिप्शन को फॉलो स्टाफ नर्सेज करती है।

सारे प्रिस्क्रिप्शन में लिखे गए दवाइयों को लगाती है मेडिकल जांच के लिए भेजती है पूरे समय मरीज की स्थिति को निगरानी करती है।

तथा किसी भी गंभीर स्थिति को तुरंत समझ कर डॉक्टर को सूचित करती है. मरीजों को खाना खिलाती है जो मरीज स्वयं अपना कार्य नहीं करते उनकी विशेष सहायता करती है. सभी प्रकार की आईसीयू ,आईसीसीयू के उपकरण के टेक्निकल कंपोनेंट्स की विशेष जानकार होती है।

सभी प्रकार के ऑपरेशन को करवाने में चिकित्सको का पूरा सहयोग करती है ऑपरेशन के पूरे सामान की जानकारी स्टाफ नर्सेज को होती है. ऑपरेशन के पश्चात पूरी देखभाल की जिम्मेदारी स्टाफ नर्स की होती है. स्टाफ नर्सेज छत्तीसगढ़ के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सिविल अस्पताल एवं जिला अस्पताल में प्रसव का कार्य भी कर थी है. विशेष परिस्थितियो में चिकित्सकों को बुलाती है. सभी प्रकार के हेल्थ प्रोग्राम को चलाने में भी विशेष सहयोग करती है।

विशेष बात यह है कि स्टाफ नर्सेज हर मरीजों के साथ एक अच्छा इंटरपर्सनल रिलेशनशिप मेंटेन करती हैं जिससे मरीजों को ठीक होने में काफी मदद मिलता है. किसी भी समय में रात्रि के समय में स्टाफ नर्स ही मरीजो के समक्ष उपलब्ध रहती है. मरीजों में किए जाने वाले सभी प्रकार के प्रोसीजर की जानकार होती है जैसे फीडिंग ट्यूब लगाना, पेशाब नली लगाना एवं और भी किए जाने वाले सभी प्रकार के प्रोसीजर में डॉक्टर का सहयोग भी करती है. फिर भी हमारे छत्तीसगढ़ में स्टाफ नर्सेज की वैल्यू कम पढ़े लिखे व्यक्तियों के समान ही हैं ना तो उन्हें संतोषजनक वेतन प्राप्त हैं और ना ही संतोषजनक पदनाम कोरोना कॉल में यदि कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के बीच में अस्पताल में भर्ती मरीजों की सेवा में 24 घंटे तैनात थे उनके सीधे संपर्क में थे वह स्टाफ नर्सेज है जो चिकित्सा काल के दौरान कई नर्सेज लोग उनके परिवार संक्रमित होकर मृत्यु को प्राप्त हो गए फिर भी हम अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए अपने प्रदेश की जनता की जान की रक्षा हेतु तत्पर रहेंगे. हमारे प्रदेश को कोरोना मुक्त बनाएंगे।