युवाओं को मिला मंच,देवरिया में प्रतिभाओं ने बिखेरा जलवा

देवरिया/ पोएटिक आत्मा साहित्य संस्था, साहित्य जगत के उन प्रतिभाओं को उचित मंच उपलब्ध कराता है जो ग्रामीण अंचलों सहित अति पिछड़े इलाके से आते हैं।हुनर व काबिलियत के बाद भी संस्था का ध्येय है कि ऐसे युवा प्रतिभा पूरे देश का नाम रोशन करें। इसी क्रम में बीते दिन रविवार की रात पोएटिक आत्मा अंतर्गत देवरिया के भटवलिया रोड पर स्थित मिस्टर किंग लाउंस एंड कैफे में माइक चेक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत देवरिया की श्रेयसी श्रीवास्तव ने ,
नजर से उसको गिराने का नुकसान ये हुआ,
नफ़ा का था वह रिश्ता पर अब जोड़ा नहीं जाता
सुनाकर श्रोताओं को तालिया बजाने पर मजबूर कर दिया।

कानपुर से चलकर आये उज्वल राय ने,
काम होते ही परिंदे लौटते हैं वापस,
एक शज़र रखता है इनको दीवाना करके।
सुनाकर वाहवाही लूटी।

गोरखपुर के शक्ति कुशवाहा ने-
इश्क़ का व्यापार करोगी,
किससे किससे प्यार करोगी,
जब सुनाया तो कार्यक्रम तालियों को गड़गड़ाहट से गूंज उठा।

नुमान अख्तर की कहानी श्रोताओं को बहुत भाई।


कार्यक्रम के आयोजक फ़िरदौस अमरेंद्र ने
बहते आँसुओ को बमुश्किल छुपाया है मैंने,
अपने दिल का बहुत दिल दुखाया है मैंने,
सुनाकर सबका मन मोह लिया।

मुसाफिर,अवनिन्द्र , अभिषेक , श्रेयांश, वंदना , साक्षी मिश्रा , आशुतोष दुबे किशन , अभिषेक मनिहरपुरी, रितेश तिवारी , शाहमीर , त्रिलोकी जी , रमन जी के अलावा तमाम शायरो ,संगीतकारो ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया ।

पूरे चार घण्टे तक चले इस कार्यक्रम में कानपुर,वाराणसी, बिहार, आदि जिलों व प्रदेशों के मशहूर शायरों ने अपनी नज़्म सुनाकर लोगों का दिल जीत लिया।वही कॉमेडियन व कवियों ने अपने चिर-परिचित अंदाज में लोगों को गुदगुदाया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि फरहान आलम,विशिष्ट अतिथि आदित्य पांडेय,सुमैया सिद्दीकी साहिबा,विकास गोस्वामी,व अंश प्रताप सिंह गाफ़िल ने सभी मेहमान कलाकारों की हौसलाफजाई देते हुए उन्हें बधाई दिया।

कार्यक्रम का संचालन फ़िरदौस अमरेंद्र व शिव मिश्र ने संयुक्त रूप से किया।
इस अवसर पर भारी संख्या में श्रोता/दर्शक उपस्थित थे।