परियोजना वाड्रफनगर अंतर्गत सेक्टर बरती कला के आंगनबाड़ियों के द्वारा बांटे गए रेडी टू ईट पोषण आहार को बच्चे नहीं बल्कि खा रहे पशु

बलरामपुर/ छत्तीसगढ़

ज्ञात हो कि भूख व कुपोषण से हुई मौत को कुछ ही दिन बिता है लेकिन आज महिला बाल विकास ने फिर से वही रवैया दोहराना चालू कर दिया है बात कर रहे हैं वाड्रफनगर ब्लाक के ग्राम पंचाय भगवानपुर की जहाँ पर की बिफन नाम के एक कोडाकू जो कि राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाते हैं की नाति कि मौत बीते कुछ दिन पहले भूख व कुपोषण के कारण मौत हो गई थी जिससे कि मौत के बाद उस बेचारे के घर मे नेताओं व अधिकारीयों का तांता लग गया था। ऐसा लग रहा था मानो अब से कोई कुपोषण के कारण किसी की भी मृत्यु नही होगा लेकिन जब आज मीडिया की टीम आंगन बॉडी केंद्र भगवानपुर
से रेड्डी टू ईट प्राप्त करने वाले हितग्रन्हियों के पास पता सजी करने
पहुची तब पता चला कि मात्र वाड्रफनगर परियोजना क्षेत्र में 10लाख रुपये महीने का रेड्डी टू ईट का खपत है। लेकिन यहां पर ऐसा सतुआ मिलता है जिसको इंसान नही खाते बल्कि जानवरों (सुवरों,गाय, बकरी)को खिलाया जाता है। जब हितग्राहियों से पूछ ताछ की गई तब उन्होंने बताया कि खाने में बिल्कुल ही तीता लगता है। मानो कई महीने पहले का हो एक दम चोकर जैसे जिसको आंटे को चलाने के बाद जो बच जाता है वैसा जीसको हितग्राही सुवर को खिलाते हैं। ज्ञात हो कि उपरोक्त रेडी टू ईट का संचालन वाड्रफनगर ब्लॉक के उपाध्यक्ष पुष्पा गुप्ता के अध्यक्षता में संचालित है। ब्लॉक उपाध्यक्ष पुष्पा गुप्ता ही स्व सहायता समूह के अध्यक्ष भी हैं।
परंतु आज इस रेडी टू ईट के पोषण आहार का स्थिति देखते हुए ऐसा लगता है कि सभी संबंधित अधिकारी सभी भ्रष्टाचार में लिप्त है ।