चकिया-तहसील क्षेत्र के इस गांव में उप जिलाधिकारी द्वारा कोटेदार के खिलाफ कार्रवाई करने तथा कोटा अन्य गांव में भेजने को लेकर महिलाओं ने किया विरोध, भारी संख्या में उतरकर चकिया-चंदौली मार्ग पर

चकिया-तहसील क्षेत्र के इस गांव में उप जिलाधिकारी द्वारा कोटेदार के खिलाफ कार्रवाई करने तथा कोटा अन्य गांव में भेजने को लेकर महिलाओं ने किया विरोध, भारी संख्या में उतरकर चकिया-चंदौली मार्ग पर किया जाम, मौके पर पहुंची फोर्स ने समझा बुझा कर भेजा घर

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चकिया-मंगलवार के दिन में निलम्बित कोटे की दूकान का राशन अन्य गांव में ले जाने का विरोध करते हुए सैकड़ों की संख्या में महिलाएं, पुरुषों ने तियरा गांव के पास नहर पुल को जाम कर दिया।जांम की सूचना मिलते ही एसडीएम चकिया और थाना प्रभारी शहाबगंज मौके पर पहुंच गये।मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने लाठी भांज कर भीड़ को खदेड़ कर तितर बितर किया।वहीं ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए बिना राशन उठाये प्रशासन खाली हाथ लौट गई।जबकि सड़क जाम कर रहे तीन लोगों को पुलिस थाने ले आयी। बिगत दिनों उपजिलाधिकारी अजय कुमार मिश्र को शिकायत मिला की किड़िहिरा गांव की कोटेदार नजमा द्वारा अंगूठा लगाने के बाद भी राशन नहीं दिया जा रहा।सुचना के आधार पर 8अगस्त को गांव में पहुंच कर कोटे की दूकान का जांच किया।जहां स्टाक से अधिक राशन मिलने पर वित्तीय अनियमितता मानते हुए सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दूकान को सीज कर दिया।जहां ग्रामीण एसडीएम के सामने दूकानदार के पक्ष में लामबंद हो गये थे।ग्रामीणों के विरोध के कारण सप्लाई इस्पेक्टर मामता सिंह 10 अगस्त को पुनः गांव में पहुंच कर कार्डधारकों का बयान दर्ज किया।लेकिन मंगलवार को सीज दूकान का राशन सिंघरौल गांव के दूकानदार को सुपुर्द कराने के लिए पहुंची जहां ग्रामीणों का भारी विरोध झेलना पड़ा।

लेकिन प्रशासन की हठधर्मिता को देखते हुए तियरा गांव के पास सैकड़ों की संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने चकिया चन्दौली मार्ग को जाम कर दिया,बड़ी संख्या में ग्रामीणों के सड़क पर उतरने पर प्रशासन के हाथपांव फूल गये।लाकडाउन का हवाला देकर पुलिस ने लाठी पटककर किसी प्रकार जाम समाप्त करवाया ,वहीं उपजिलाधिकारी अजय कुमार मिश्र ने कहां कि किसी को कानून हाथ में नही लेने दिया जायेगा।जिसको भी शिकायत है वह कार्यालय में आकर प्रार्थना पत्र दे।वहीं गांव में देरशाम तक तनाव बना रहा।