चंडीगढ़ के गांव पलसोरा के लंबडदार दलजीत सिंह का कहना है कि चंडीगढ़ के जितने भी गांव हैं उन सब की रजिस्ट्री बंद करना गलत बात है दोबारा रजिस्ट्री ना शुरू की गई तो संघर्ष किया जाएगा

चंडीगढ़,,चंडीगढ़ के गांव को उजाड़ के वसाए शहर चंडीगढ़ के बकाया रहते गांव को नगर निगम की हद में आने से कुछ समय बाद यूटी प्रशासन कई तरह के इतराज लगाती गांव की रजिस्ट्री या बंद कर दी गई है जिस करके बड़ी गिनती में गांव वासियों ने मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है जो करोना महामारी के दौरान सेक्टर 17 में स्थित लौंग तहसील के बाहर खड़े दिखाई देते हैं

साल 1966 से लेकर अब तक चंडीगढ़ के गांव के लोग लाल डोरे के अंदर ली जमीन को पटवारी नंबरदार की रिपोर्ट के आधार पर खरीदो फरोखत करते आ रहे हैं पिछले कई दिनों से युटी प्रशासन ने पटवारी नंबरदार की रिपोर्ट को अंनगेलिया करते रजिस्ट्रीओ पर पाबंदी लगा दी गई है प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि यह जमीनों की मालकी का कोई भी रिकॉर्ड नहीं है जिस करके गांव की जमीन की रजिस्ट्री नहीं की जा सकती गांव वासियों को पेश आ रही समस्या को देखते हुए चंडीगढ़ भाजपा के किसान मोर्चा के प्रधान दीदार सिंह की अगुवाई में मीत प्रधान सतिंदर सिंह सिद्धू की तरफ से तहसीलदार और अधिक डिप्टी कमिश्नर के साथ मुलाकात करके गांव वासियों को पेश आ रही समस्या के बारे में जागरूक करवाया गया भाजपा किसान मोर्चा के आगु की बात सुनने के बाद अधिक डिप्टी कमिश्नर ने उनको विश्वास दिलाया कि गांव की रजिस्ट्री में जल्द ही उच्च अधिकारियों के साथ बातचीत करके शुरू कर दी जाएगी

चंडीगढ़ के गांव पलसोरा के लंबडदार दलजीत सिंह का कहना है कि चंडीगढ़ के जितने भी गांव हैं उन सब की रजिस्ट्रीया बंद करना गलत बात है प्रशासन की तरफ से गांव की रजिस्ट्री बंद करने से पहले गांव के लोगों को जागरूक करना चाहिए था जो लोगों को मकानों के ब्याने को आगे करके रजिस्ट्री करने का समय बढ़ा सकें दलजीत सिंह नंबडदार का कहना है कि दोबारा रजिस्ट्रीआ शुरू ना की गई तो उनकी तरफ से संघर्ष शुरू किया जाएगा