सिरसा और पार्टी अपने पसंदीदा टीवी चैनल पर उनके द्वारा सिख मर्यादा की उड़ायी जा रही धज्जियां पर  हमारे साथ बहस करे: परमजीत सिंह सरना 

सिरसा और पार्टी अपने पसंदीदा टीवी चैनल पर उनके द्वारा सिख मर्यादा की उड़ायी जा रही धज्जियां पर हमारे साथ बहस करे: परमजीत सिंह सरना

कहा- साढ़े पांच सौ साल के इतिहास में पहला प्रधान जो टीवी पर लंगर के लिए पैसे मांग रहा है
नई दिल्ली 7 जुलाई (मनप्रीत सिंह खालसा):- शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) के अध्यक्ष और दिल्ली सिख गुरुद्वारा कमेटी के पूर्व अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने आज दिल्ली सिख गुरुद्वारा कमेटी के वर्तमान अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा को लंगर के इतिहास में खलल न डालने की चेतावनी दी है
सरना ने सिरसा पर आरोप लगाया कि उसने लंगर को एक कॉर्पोरेट लंगर में बदल दिया है, जो सिख मर्यादा के खिलाफ है और पिछले कुछ वर्षों से सिरसा सिख हितों के खिलाफ सब कुछ कर रहे है जिससे कौम की हेठी हों रही हैं । उन्होंने कहा कि चाहे गुरबानी की गलत व्याख्या हो या गुरु की गौलक को लूटना, आज लंगर के नाम पर, कभी स्कूलों के नाम पर, कभी पाँच सौ पचास साला नगर कीर्तन के नाम पर अमीर परिवारों से पैसा इकट्ठा करने के लिए लगे हुए है और अब पिछले 550 वर्षों के दौरान नवीनतम मामला यह है की बादल परिवार के कहने पर, सिरसा आज देश में राष्ट्रीय टीवी चैनल पर अमीर परिवारों से लंगर के नाम पर पैसे की मांग कर रहा है।
उन्होंने कहा कि सिरसा ने कमेटी के सदस्यों और विपक्ष की अनुमति के बिना टीवी चैनल के माध्यम से लंगर के नाम पर प्रभावशाली परिवारों से करोड़ों रुपये वसूले किए जा रहे हैं। उन्होंने पूछा कि सिरसा अपने बॉस बादल परिवार के निजी टीवी चैनल के माध्यम से पैसा क्यों नहीं मांग रहा है, किऊकि सिरसा जानता है व सिरसा को पता है कि बादल परिवार के टीवी चैनलों पर संगत को भरोसा नहीं है, इसलिए उन्होने एक प्रतिष्ठित हिंदी चैनल के माध्यम से लंगर के नाम पर पैसे मांगने पड़ रहें हैं। सरना ने कहा कि सिरसा को गुरु मर्यादा का ज्ञान नहीं है, जब बादशाह अकबर भी गुरू अमरदास पातशाह जी से मिलने आए थे, तब गुरु साहिब जी से मिलने के बाद उन्होनें ने भी जमीन पर बैठकर पंगत मे लंगर खाया था ना कि लंगर को राजा के घर भेजा गया था । जब सम्राट ने गुरु साहिब को जागीर भेंट की, तो उन्होंने इसे लेने से इनकार कर दिया और आज सिरसा प्रभावशाली परिवारों से लंगर के लिए बोलियों की व्यवस्था कर रहा है और लंगर की मर्यादा को बहुत नुकसान पहुंचा रहा है। उन्होंने कहा कि टीवी के माध्यम से वह अपने और बादल परिवार की जेब भरने के लिए पैसा इकट्ठा कर रहे हैं ।
सरना ने कहा, "2013 में, जब अकाली दल बादल ने चुनाव जीता, तो हमने दिल्ली कमेटी के खातों में एफडी / नकद में 120 करोड़ रुपये के रूप मे छोड़े थे।" लेकिन आज स्थिति ऐसी है कि कमेटी के बैंक खाते खाली हैं। कमेटी के पास अपने स्कूलों के शिक्षकों और कर्मचारियों को भुगतान करने के लिए भी पैसे नहीं हैं।
"उन्होनें कहा की हम सिरसा को आमंत्रित करते हैं, अगर उनके पास हिम्मत है तो वह एक खुले मंच पर या अपनी पसंद के टीवी चैनल पर, भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चर्चा करें, उन्होंने कहा
हम जानते हैं कि न तो सिरसा और न ही बादल परिवार इस साहस को दिखा सकते हैं क्योंकि उनकी राजनीति झूठ पर आधारित है।