पुर्व नपा अध्यक्ष का प्रशासन पर तिखा प्रहार, कंटेन्मेंट जोन के बारे में प्रशासन की चुप्पी समझ से परे 

कोरिया 21 जून। बैकुण्ठपुर शहर के स्कूलपारा में 15 दिन पहले रविवार को एक छात्र के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद से पूरे एरिया को सील कर के रखा गया है, जगह जगह बेरिकेट लगाए गए हैं, मोहल्ले वासियों ने ईमानदारी के साथ प्रशासन का सहयोग किया है लेकिन अब 15 दिन बीत जाने के बाद भी कंटेन्मेंट जोन को खोले जाने या इस बारे कुछ भी जानकारी देने के लिए प्रशासन का कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति उपस्थित नही है यह बहुत ही दुर्भाग्य का विषय है।उक्त आरोप लगाते हुए पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष शैलू शिवहरे ने कहा है कि प्रशासन इस बारे में चुप क्यों है यह समझ से परे है जबकि स्कूलपारा की सड़क शहर की मुख्य सड़क है यही नेशनल हाइवे भी है प्रतिदिन सैकड़ों वाहनों का आना जाना होता है,लेकिन सड़क बन्द होने से सभी की तकलीफें बढ़ गई हैं। श्री शिवहरे ने कहा कि छात्र और उसके परिजनों का रिपोर्ट आ गया है सभी रिपोर्ट निगेटिव हैं, उसके बाद भी 15 दिन तक सड़क को रोककर रखा गया जिसमें मोहल्ले सहित शहरवासियों ने भी पूरा सहयोग किया। उसके बाद जब आज 16 दिन हो गया तो कंटेन्मेंट जोन न हटाया जाना समझ से परे है ऐसा लगता है जैसे प्रशासन मोहल्ले वासियों को अब जानबूझकर परेशान कर रहा है। उन्होंने कहा कि इन 15 दिनों के भीतर प्रशासन का असली चेहरा देखने को मिला है,मोहल्ले के किसी भी नागरिकों की कोई मदद नही की गई,चारो तरफ बेरिकेट होने के कारण लोग घरों से नही निकल सके उन्हें आवश्यक सामानों के लिए तरसना पड़ा है। जगह जगह लगे बेरिकेट के पास सिर्फ पुलिस के साथी ही दिखाई दिए इस बीच जनता की जरूरतों को जानने कोई भी प्रशासनिक अधिकारी या नगरपालिका का अमला नही पहुँचा।सभी को 14 दिन के बाद सड़क और कंटेन्मेंट खुलने का इंतजार था,लेकिन प्रशासन की हठधर्मिता और चुप्पी समझ से परे है। वह हमारे धैर्य की परीक्षा न ले।श्री शिवहरे ने कहा कि प्रशासन यदि शीघ्र निर्णय नही लेता है तो कल सोमवार से मोहल्ले वासी सड़क पर बैठने को मजबूर हैं यदि कोई अप्रिय घटना होती है तो इसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। जिस प्रकार कोरोना प्रकरण मिलते ही सड़क बन्द किया गया उसी प्रकार 14 दिन का समय समाप्त होते ही सड़क न खोला जाना समझ से परे है, जनता की परेशानियों को देखते हुए अब सड़क और कंटेन्मेंट जोन को शीघ्र मुक्त करना चाहिए।