शिक्षा विभाग की एक पहल, ‘सक्षम हरियाणा कार्यक्रम’ जो कि पिछले तीन वर्षों से संचालित है, के तहत फरवरी 2020 में आयोजित सक्षम घोषणा परीक्षा के परिणामों में राज्य के सभी 119 खंडों में विद्यार्थियों के

चंडीगढ़/पंचकूला, 29 अप्रैल(वासु के मेहता)हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग की एक पहल, ?सक्षम हरियाणा कार्यक्रम? जो कि पिछले तीन वर्षों से संचालित है, के तहत फरवरी 2020 में आयोजित की गई सक्षम घोषणा परीक्षा के परिणामों में राज्य के सभी 119 खंडों में विद्यार्थियों के सीखने के स्तर में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। ग्रेड 3 और 4 के सक्षम घोषणा परीक्षा परिणाम में राज्य के क्रमश: 117 और 116 खंडों को सक्षम घोषित किया गया है।
मुख्यमंत्री गुड गवर्नेंस एसोसिएट्स के परियोजना निदेशक डॉ.राकेश गुप्ता ने आज जिला शिक्षा अधिकारियों, जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारियों, डीपीसी, डीआईईटी प्राचार्यों, खंड शिक्षा अधिकारियों और मुख्यमंत्री गुड गवर्नेंस एसोसिएट्स के साथ वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह जानकारी दी। इस वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में राज्य के 119 खंडों से 200 से अधिक अधिकारियों ने भाग लिया।
गुप्ता ने राज्य के सबसे बड़े जिले होने के बावजूद फरवरी, 2020 में आयोजित परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए हिसार और भिवानी जिलों के अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने चरखी दादरी जिले में नकल रहित परीक्षा आयोजित करने के लिए जिला अधिकारियों को बधाई दी। गुप्ता ने कहा कि नकल करने की संस्कृति पर अंकुश लगाने की जरूरत है और हमें यह स्वीकार करना चाहिए कि नकल से कोई मदद नहीं मिलती है।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण स्कूल बंद हैं लेकिन हमें लोगों को घर पर शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित करना होगा। उन्होंने बच्चों के लिए निर्बाध शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए चलाए जा रहे ?घर से पढ़ाओ? अभियान के बारे में भी जानकारी सांझा की।
बैठक में सक्षम घोषणा परीक्षा के मूल्यांकन मानदंडों का उल्लेख भी किया गया, जिसके अनुसार किसी भी ग्रेड के लिए घोषणा परीक्षा में 80 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थियों द्वारा 50 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने पर एक खंड को सक्षम घोषित किया जाता है। घोषणा परीक्षा में 60 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थियों द्वारा 50 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने पर खंड को ?लगभग सक्षम? और 60 प्रतिशत से कम विद्यार्थियों द्वारा 50 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने पर खंड को ?सक्षम नहीं? घोषित किया जाता है। जहां आंकड़ा विश्लेषण सामूहिक नकल का संकेत देते हैं, उस खंड को ?नकल के कारण अयोग्य? घोषित किया जाता है।
सक्षम घोषणा परिणामों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ग्रेड 5 में 93 खंड सक्षम घोषित किये गये हैं। इसके अतिरिक्त, ग्रेड 6 और 8 में लगभग आधे खंडों को सक्षम घोषित किया गया है क्योंकि इस श्रेणी में क्रमश: 64 और 65 खंडों ने इस बेंचमार्क को प्राप्त किया है। इसके अलावा, ग्रेड 7 में 40 खंड सक्षम हैं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा के सभी 119 खंडों में सरकारी स्कूलों में तीसरी से आठवीं कक्षा तक सभी छ: ग्रेडस के लिए सक्षम घोषणा परीक्षा एक तृतीय पार्टी मूल्यांकन है। इसके तहत, विद्यार्थियों का हिंदी, गणित, ईवीएस, विज्ञान एवं सामाजिक अध्ययन में मूल्यांकन किया जाता है। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व सितंबर मास में आयोजित परीक्षा में सभी 6 ग्रेडस के लिए कोई भी खंड सक्षम नहीं था, लेकिन फरवरी में आयोजित परीक्षा में 14 जिलों के 22 खंडों ने सभी ग्रेडस 3, 4, 5, 6, 7 और 8 में सक्षम का दर्जा हासिल किया है। उन्होंने कहा कि ये खंड अंबाला, भिवानी, चरखी दादरी, फरीदाबाद, गुरुग्राम, हिसार, जींद, कैथल, महेंद्रगढ़, नूंह, मेवात, रेवाड़ी, सिरसा, सोनीपत और यमुनानगर जिलों के हैं।
अगले वर्ष की सक्षम घोषणा परीक्षा के बारे अधिकारियों को जानकारी देते हुए डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा कि इस बार वरिष्ठ ग्रेडस के प्रदर्शन को बेहतर बनाने पर बल दिया जाएगा। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारियों से आग्रह किया कि अगले वर्ष की परीक्षाओं की तैयारी के लिए यह महत्वपूर्ण है कि इस लॉकडाउन के दौरान विद्यार्थी घर पर रह कर ही अध्ययन करना जारी रखें। शिक्षा विभाग ने सभी ग्रेडस के लिए तीन नए एजुसैट चैनलों के माध्यम से शैक्षिक वीडियो उपलब्ध करवाए हैं जो केबल और डीटीएच टीवी नेटवर्क, दोनों पर उपलब्ध हैं।
इसके अतिरिक्त, ?घर से पढ़ाओ? अभियान शुरू किया गया है जिसके तहत व्हाट्सएप, एसएमएस और फोन कॉल्स के माध्यम से अभिभावकों और विद्यार्थियों को शिक्षकों के साथ जोड़ा गया है। ?घर से पढ़ाओ? अभियान के माध्यम से शिक्षक रोजाना होमवर्क सांझा करने के लिए माता-पिता से संपर्क करते हैं और विद्यार्थी घर पर अपनी गतिविधियों का एक समर्पित नोटबुक में रिकॉर्ड रखते हैं। इस अभियान के शुरू होने के बाद से राज्य भर में 50,000 से अधिक शिक्षक अभिभावकों के साथ संपर्क में हैं और बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित कर रहे हैं और उनके सवालों का जवाब भी दे रहे हैं। जो अभिभावक अभी तक शिक्षकों से नहीं जुड़े हैं वे ड्ढद्बह्ल.द्य4/ष्शठ्ठह्लड्डष्ह्ल_ह्लद्गड्डष्द्धद्गह्म् पर फॉर्म भर कर सरकारी स्कूल में पढऩे वाले अपने बच्चों के शिक्षकों से संपर्क कर सकते हैं।
?घर से पढ़ाओ? अभियान का जिक्र करते हुए गुप्ता ने उम्मीद जताई कि जुलाई तक स्कूल फिर से खुल जाएंगे लेकिन तब तक हमें घर पर रह कर अध्ययन करना है और अपनी कमजोरियों को दूर करने की जरूरत है। उन्होंने स्कूल के प्रधानाचार्यों और शिक्षकों से आग्रह किया कि वे जानते हैं कि कौन सा विद्यार्थी पढ़ाई में कमजोर है और हम इन दो महीनों का उपयोग ऐसे विद्यार्थियों की कमजोरियों को दूर करने के लिए कर सकते हैं।
गुप्ता ने कहा कि हाल ही में आयोजित एक वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा था कि हमें 3एस के सिद्घांत - घर पर रहो, घर पर पढ़ो और घर पर स्कूल का अनुपालन करना चाहिए। बैठक के दौरान ?घर से पढ़ाओ? अभियान का विवरण सांझा करते हुए एक अधिकारी ने बताया कि पिछले सप्ताह में 90 प्रतिशत अभिभावकों ने विद्यार्थियों के साथ रोजाना वीडियो देखी, जबकि 60 प्रतिशत अभिभावकों के एजुसेट प्रसारण देखने की सूचना है और 65 प्रतिशत अभिभावकों ने बताया कि उनके बच्चों के पास अपनी नई कक्षा की कम से कम एक पाठ्यपुस्तक है।
राज्य शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद की निदेशक सुश्री किरण मेई ने कहा कि सक्षम हरियाणा पहल के लिए परिषद का योगदान मूल्यवान है। उन्होंने कहा कि ?घर से पढ़ाओ? अभियान बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद हैं।
प्राथमिक शिक्षा के निदेशक प्रदीप डागर ने ?घर से पढ़ाओ? अभियान का समर्थन करते हुए कहा कि यदि लॉकडाउन अवधि के दौरान शिक्षक नियमित रूप से विद्यार्थियों के संपर्क में रहेंगे तो यह उन्हें नियमित रूप से अध्ययन करने के लिए प्रेरित करेगा।
बैठक में यह भी बताया गया कि शिक्षक वॉट्सएप के माध्यम से 6.7 लाख से अधिक विद्यार्थियों से सम्पर्क में हैं और 50,000 से अधिक शिक्षक इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं जबकि 80 प्रतिशत शिक्षकों ने व्हाट्सएप पर सामग्री भेजी है। बैठक में बताया गया था कि प्रतिक्रियाएं प्राप्त करने के लिए 1,800 मेंटर्स हर हफ्ते औसतन 15 अभिभावकों से फोन पर सम्पर्क कर रहे हैं।
?घर से पढ़ाओ? अभियान के तहत, सिरसा और जींद में शिक्षकों ने अच्छे प्रदर्शन के लिए विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को प्रशंसा प्रमाण पत्र जारी करना शुरू कर दिया है जबकि कैथल में व्हाट्सएप ग्रुप पर कड़ी मेहनत को बढ़ावा देने और प्रेरित करने के लिए प्रत्येक दिन ?स्टार स्टूडेंटस? के बारे बताया जाता है और झज्जर में विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए जांच करने के उपरांत प्रत्येक विद्यार्थी के होमवर्क को सार्वजनिक रूप से सांझा किया जाता है।