कॉरोना के कारण प्रधान मंत्री जनता को कर चुके हैं दो बार संबोधित। अधिशाषी अधिकारी महरौनी अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। महरौनी को ओ डी एफ हुए काफी समय हो चुका है फिर न


  1. महरौनी - देश का प्रधानमंत्री जनता को पांच दिन में दो बार संबोधित करते हुए कह रहे हैं कि देश में जहां भी गंदगी हो वहां सफाई होना चाहिए ,मगर जिला ललितपुर के कस्बा महरौनी में घनी जनसंख्या के बीच खुले में शौच कर रहे हैं।
    एक तरफ सम्पूर्ण महरौनी ओ डी एफ का प्रशस्ति प्रमाण पत्र ले चुकी है और वहीं महरौनी में आज भी लोग खुले में शौच को जा रहे हैं। खुले में शौच जाने से गंदगी के साथ साथ इतनी बदबू फैलती है कि वहां रहने बालों का जीना दूभर होता जा रहा है। एक तरफ नया सौजना रोड के निवासी कस्बा महरौनी के अधिशाषी अधिकारी को प्रार्थना पत्र दे चुके हैं कि इस मुहल्ले को शौच मुक्त कराया जाए मगर वह बंद कराना तो दूर उस पर कोई एक्शन भी नहीं लेते दिखाई दे रहे हैं। एक तरफ नगर पंचायत के कर्मचारी मुहल्ले वासियों से कहते हैं कि 112 को फोन लगाया तो 112 को फोन लगाया जाता है मगर वह यह कहकर चले जाते हैं कि शौचक्रिया को जाती हुईं सभी महिलाएं हैं इसलिए आप लोग कोतवाली जाओ और वहां प्रार्थना पत्र दो।जब लोग वहां जाते हैं तो लोगों को कोतवाली से डांट डपट कर भगा दिया जाता है और कहा जाता ।
    एक समय महरौनी को ओ डी एफ होने के चलते अधिशाषी अधिकारी ने काफी वाहवाही लूटी थी मगर वह सब हवा हवाई थी जो सिर्फ कागजों तक ही सीमित रही। यदि सम्पूर्ण महरौनी ओ डी एफ हो गई होती तो खुले में शौच मुक्त हो गई होती और ऐसा कुछ नहीं है। एक तरफ गंदगी ही इस महामारी कॉरोना को बढ़ावा दे रही है जिसे देखते हुए लोग इस गंदगी के कारण डरे सहमे हैं ।
    मगर इन लोगों कि परेशानी कोई भी सुनता दिखाई नहीं दे रहा है।
    इस सरकार में जनता अपने आपको ठगा सा महसूस कर रही है, वह जो भी कार्यवाही चाहे उस पर कार्रवाही नहीं होती है। एक तरफ सरकार कॉरोना कि चैन को 21 दिन का लोक डाऊन रख कर तोड़ना चाहती है। क्या इस प्रकार से हम उस वायरस को मात दे सकते जिस समय गंदगी हटाने कि वजह गंदगी फैल रही है और इसके संबंध में कोई भी कार्यवाही नहीं हो रही है जिससे आम जनता में रोष व्याप्त है।