छत्तीसगढ़ वर्सेस ओडि़शा का मामला गहराया, टकराव की आशंका

रायगढ़ व सुंदरगढ़ यूनियन की कई बैठक के बाद भी नहीं हुआ निर्णय, धरना स्थल पर बढ़ रहा है तनाव, अप्रिय स्थिति से निपटने प्रशासन को रहना होगा तैयार

रायगढ़। विगत 6 दिनों से रायगढ़ जिला ट्रेलर मलिक कल्याण संघ द्वारा अपने हक की लड़ाई को लेकर आंदोलन इंदिरा विहार रोड संबलपुरी के पास पंडाल लगाकर जारी है।

रायगढ़ ट्रेलर यूनियन की शुरू से मांग रही है कि हमारे साथ उड़ीसा की खदानों में भेदभाव और दादागिरी लंबे समय से दिखाई जा रही है और हमारे ड्राइवर या इस व्यवसाय से जुड़े हमारे स्टाफ के साथ कभी भी उड़ीसा में स्थित कोल खदान में मारपीट गाली गलौज गाडिय़ों को पर्ची न देना और लोडिंग में भेदभाव रखना यह उड़ीसा गाड़ी मालिकों और ट्रांसपोर्टों का व्यवहार रहा है जबकि उड़ीसा स्थित खदानों से लगभग 70: माल रायगढ़ जिले की खदानों एवं अन्य आसपास के जिलों में खाली होता है जिसमें कि हमारे द्वारा किसी भी प्रकार की पाबंदी नहीं लगाई जाती परंतु उनके द्वारा वहां पर छत्तीसगढ़ की गाडिय़ों के साथ शुरू से ही भेदभावपूर्ण रवैया अपनाया जाता है जिसकी समय-समय पर जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन और और स्थानीय स्तर पर हमारे जनप्रतिनिधियों को भी हमारे द्वारा सूचना दी जाती है।

जब से यह धरना चालू हुआ है तब से लगातार सुंदरगढ़ जिले से वहां के ट्रांसपोर्टर और गाड़ी मालिकों का रायगढ़ यूनियन के साथ वार्ता तो चल रही है परंतु वह अपनी पुरानी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं और जहां बराबरी की बात होती है वहां पर वे केवल रायगढ़ की गाडिय़ों को 15 20: ही लोडिंग में हिस्सेदारी की बात करते हैं इसलिए बैठक कोई नतीके के बिना रह जाती है।

यूनियन के सदस्यों सतीश चौबे आशीष यादव रंजीत झा सतनाम सिंह वाधवा बंटी सिंघानिया अंकुर बंसल प्रभा शंकर शाही सर्वजीत सिंह कमलेश सिंह मंजुल दीक्षित ने बताया की जैसे-जैसे आंदोलन बढ़ता जा रहा है।

वैसे-वैसे हमें इस बात की भी पूरी आशंका है कि वह किसी भी समय उस रात को हमारे छत्तीसगढ़ की सीमा में दलबल के साथ घुसकर हमारे धरना स्थल पर आकर या अन्य किसी भी जगह पर हमारे यूनियन के साहियो के साथ कोई भी अनैतिक कार्य या मारपीट जैसी घटना को अंजाम दे सकते हैं इसके लिए प्रशासन को भी अपने आंख और कान को खुला रखना हुए और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए लगातार पेट्रोलिंग व्यवस्था को कड़ी करनी पड़ेगी और हमें सुरक्षा मुहैया करानी पड़ेगी।

जिससे कि किसी भी प्रकार का संघर्ष वाली स्थिति पैदा ना क्योंकि हमारे द्वारा बहुत ही शांति तरीके से अपनी मांगों के लिए धरना प्रदर्शन किया जा रहा है और हम एक ही मांग है कि आप जो भी कार्य होगा बराबरी का होगा किसी भी प्रकार का परसेंटेज लोडिंग में नहीं स्वीकार किया जाएगा।

कभी भी हो सकती है अनहोनी

पिछले तीन दिनों से लगातार 10-12 गाडिय़ो में रात को उड़ीसा के लोग नशे की हालत में छत्तीसगढ़ घुसकर यहाँ अशांति फलाने का प्रयास कर रहे है पर युनियन के सदस्यों की सुझ बुझ के कारण अप्रिय स्थिति निर्मित होने नहीं दी गई है, परन्तु प्राप्त सूचना के आधार पर अभी 40-50 गाड़ी में सैकड़ो की संख्या में ओडिशा के लोग टपरिया बॉर्डर पर इक_ा है और आज रात किसी बड़ी अनहोनी की आशंका जताई जा रही है।