यलो अलर्ट जारी, जिले में घने कोहरे के साथ ठंड शाम होते ही तापमान में तेजी से आ रही गिरावट

रायगढ़। जिले में ठंडी हवा के लगातार आगमन होने के साथ मौसम विभाग द्वारा यलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें जिले के कुछ हिस्से में घना कोहरा के साथ ठंड पडऩे की संभावना है। हालांकि फिलहाल अधिकतम तापमान में ज्यादा फर्क नहीं पड़ रहा है, लेकिन शाम होते ही न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट होना शुरू हो जा रहा है, इसस सुबह होते तक शहर का तापमान 8 डिग्री तक पहुंच जा रहा है। इसके चलते लोग घर से देर से निकल रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि विगत सप्ताहभर से मौसम के मिजाज में लगातार बदलाव हो रहा है, इसके चलते एक-दो दिन तेज ठंड फिर थोड़ा कम हो रहा है, लेकिन इस बीच अब उत्तर-पश्चिम से ठंडी हवा के आगमन होने के कारण न्यूनतम तापमान में गिरावट आनी शुरू हो गई है, इसके साथ ही मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी करते हुए बताया कि है कि अगले दो दिनों तक जिले के कुछ हिस्सों में मध्यम से घना कोहरा छाए रहने की संभावना है, इसके चलते न्यूनतम तापमान में भी गिरावट आने की उम्मीद है। जिसके चलते ग्रामीण क्षेत्रों में तेज ठंड पड़ सकती है। साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि अगले दो दिनों तक न्यूनतम तापमान 7 से 8 डिग्री तक रहेगा, इसके बाद न्यूनतम तापमान में एक-दो डिग्री वृद्धि होने की संभावना है।

हालांकि शुक्रवार को दिन के समय हल्की बादल होने के कारण धूप का असर बहुत कम रहा, इसके चलते अधिकतम तापमान 27 डिग्री तक रहा, लेकिन शाम होते ही गिरावट का दौर शुरू हो गया था, इससे रात के 12 बजते तक शहर का तापमान 10 डिग्री तक पहुंच गया और सुबह होते तक न्यूनतम तापमान गिरकर 7 से 8 डिग्री तक पहुंच सकता है। ऐसे में लगातार तापमान में बदलाव होने के कारण लोग अब सुबह के समय उठने से कतराने लगे हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में शाम से ही ठंड बढ़ जाने के कारण लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो रहे हैं। साथ ही ठंड से बचने के लिए लोग घरों में रहते हुए अलावा का सहारा लेते नजर आ रहे हैं। साथ ही बढ़ते ठंड को देखते हुए बच्चों व बुजुर्गो को ठंड से बचने की ज्यादा जरूरत है। इसके साथ ही रात में सफर करने वाले लोगों को भी सावधानी बरतनी चाहिए।

फसलों का भी नुकसान

इस संंबंध में मौसम विभा का कहना है कि इन दिनों पड़ रही शीतलहार व कोहरा का असर फसलों पर भी पडऩे की संभावना है, जिसको देखते हुए बागवानी फसलों को ठंड से बचाने की जरूरत है। साथ ही फसल को पालिथिन से ढकने से ठंड का असर कम होगा। वहीं ठंड के चलते आलू, गोभी, व टमाटर की फसल को ज्यादा नुकसान होता है, इससे हर हमेशा दवा का भी छिडक़ाव जरूरी है। लगातार मौसम में हो रहे उतार चढ़ाव के चलते दिन के समय तो मौसम सामान्य रहता है, लेकिन शाम होते ही ठंड बढ़ जा रहा है, जो बीपी, शुगर व लकवा के मरीजों के लिए घातक हो सकता है। ऐसे में इस तरह के मरीजों को इस कडकड़़ाती ठंड से बचते हुए विशेष डाक्टरों के संपर्क में रहना चाहिए, ताकि किसी भी तरह की दिक्कत आते ही तत्काल उपचार हो सके।