गजेन्द्र सिंह मण्डली ने पुरुष आयोग की मांग की मोदी के नाम सौंपा ज्ञापन

गजेन्द्र सिंह मण्डली ने पुरुष आयोग की मांग की मोदी के नाम सौंपा ज्ञापन

पाली सिटी कर्मयोगी संगठन के संस्थापक अध्यक्ष गजेन्द्र सिंह मण्डली के नेतृत्व में आज पाली साइंस पार्क में सुबह 10 बजे पुरुष आयोग की मांग को लेकर एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में सर्वसम्मति से देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को ज्ञापन भेजने का निर्णय लिया गया।कर्मयोगी संगठन के पाली जिला प्रवक्ता प्रबल सिंह मण्डली ने आधिकारिक जानकारी देते हुए बताया कि बैठक को संबोधित करते हुए संगठन के संस्थापक अध्यक्ष गजेन्द्र सिंह मण्डली ने कहा कि वर्तमान में देश में महिलाओं के हित में अनेक कानून बने हुए हैं, लेकिन पुरुषों के लिए कोई समर्पित आयोग या प्रभावी कानून न होने के कारण उनकी समस्याओं की सुनवाई नहीं हो पाती। इसके परिणामस्वरूप कई मामलों में पुरुषों को झूठे दहेज प्रताड़ना जैसे मामलों में फंसाया जा रहा है, जिसमें उनके माता-पिता, भाई-बहन तक को परेशान किया जाता है।

उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में लिव-इन रिलेशन को मान्यता मिलने के बाद कुछ मामलों में इसका दुरुपयोग भी सामने आया है। ऐसे मामलों में पति और उसके पूरे परिवार को मानसिक, सामाजिक और आर्थिक प्रताड़ना झेलनी पड़ती है, जिससे कई परिवार टूट जाते हैं और पुरुष गंभीर मानसिक तनाव में आ जाते हैं।बैठक में तैयार किए गए ज्ञापन में निम्नलिखित प्रमुख मांगें रखी गईं

1. भारत में शीघ्र पुरुष आयोग का गठन किया जाए, ताकि पुरुषों को भी न्याय मिल सके और उनकी समस्याओं की सुनवाई के लिए एक समर्पित मंच उपलब्ध हो।

2. लिव-इन रिलेशन कानून में संशोधन कर यह प्रावधान किया जाए कि विवाहिता महिला लिव-इन रिलेशन में नहीं रह सकती। साथ ही, बच्चों को साथ लेकर जाने वाली महिला की व बच्चों की भरण-पोषण की जिम्मेदारी उस व्यक्ति पर ही डाली जाए, जिसके साथ वह हमेशा के लिए रहने जा रही है, तथा लिव इन रिलेशन कानून में संशोधन करके शादी शुदा लड़की लिव इन रिलेशन में नहीं रह सकती ऐसा कानून बनाया जाए ताकि कोई भी शादी शुदा महिला लिव इन रिलेशन के बारे में सोचे भी नहीं

3 और कोई महिला अगर दहेज का झूठा मुकदमा करती है और जांच में अगर उस महिला द्वारा दर्ज किया गया मुकदमा झूठा पाया जाता है तो पुलिस और अदालत का बेशकीमती समय नष्ट करने के लिए उस महिला व उस महिला के केस में गवाही देने वालों पर मुकदमा चलाया जाए और पीड़ित पुरुष को मुआवजा दिलवाया जाए

4 किसी भी शादी शुदा औरत या लड़की को भगाकर ले जाने वाले से पीड़ित पुरुष को शादी में हुए खर्चे का मुआवजा दिलवाया जाए

5 भागकर जाने वाली लड़की या औरत के पति को मांगने पर तुरंत एक तरफा तलाक दिया जाए।

6. बेटी बचाओ आंदोलन तो वर्षो से चल रहा है, अब जरूरत है बेटा बचाओ आंदोलन चलाने की क्योकी अभी हर महिने करीब 10 हजार बेटे आत्महत्या कर रहे है। तो हमे उम्मीद ही नही पुरा विश्वास है की आप पुरूष आयोग बनाकर पुरूषो को बचाने की दिशा में कोई ठोस कानून बनायेंगे।

इस मिटिंग में कुंदन सिंह राजपुरोहित,भागीरथ साहू,अचलाराम लोहार, राधेश्याम भाटी, प्रकाश भाट,मुकेश भाट,सुरेन्द्र सिंह रावणा,अरविंद कुमार, विक्रम लोहार,रूपेश कुमार लक्ष्कार,सुरेश कुमार बारोट,राय सिंह भाट,नरेश शर्मा, किशनलाल सैन, किशोरदास वैष्णव, मदन सिंह बालेचा, श्रवणदास वैष्णव, प्रेमकुमार प्रजापत, पप्पू लाल, सुरेश राणा,प्रकाश रंगीला,रामचंद्र,ओम प्रकाश दूदवड़, सोहनलाल, अमृतलाल प्रजापत,हेमाराम, संपतलाल जी लोहार,रमेश कुमार पिपलिया, रतन दास वैष्णव, राकेश कुमार, चैथाराम, रणछोड़, सुरेश भाटी, नाहर सिंह, प्रेम सिंह रावत, धन्ना नाथ, खीमाराम, कस्तूरराम, नीरज कुमार, भीखाराम, प्रकाश नायक, रामलाल, राणाराम, प्रताप राम, मुकेश कुमार, करण, टीकम राम, हेमाराम, सोहन भाट, सुरेश राणा, राजू राणा, महेन्द्र कुमार, सुरेन्द्र राणा, महेन्द्र भार्गव, गणपत लाल, नवीन कुमार, रघुनाथ दास, सुरेन्द्र कुमार, भंवर सिंह चैहान, प्रवीण गोयल, तोलाराम राणा,नरेन्द्र राठौड़, लच्छाराम दूदवड़ आदि दर्जनों कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद थे।