ड्रग माफियाओं पर पुलिस का शिकंजा, 8 गैंगों के 31 तस्करों की खुली हिस्ट्रीशीट

बरेली। नशे के धंधे में लिप्त गिरोहों पर बरेली पुलिस ने बड़ा वार किया है। जिले में सक्रिय 8 गैंगों के 31 तस्करों को पुलिस ने गैंग पंजीकरण कर निगरानी में ले लिया है। इनमें से कई के खिलाफ हिस्ट्रीशीट खोली जा चुकी है और अब गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई भी होगी। एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि ये गिरोह न सिर्फ मादक पदार्थों की सप्लाई में जुटे थे बल्कि हत्या और अन्य संगीन वारदातों में भी शामिल रहे हैं। पुलिस का कहना है कि इन पर सख्त निगरानी रखकर धंधे पर पूरी तरह लगाम लगाने की कोशिश होगी। मोहनपुर का 59 वर्षीय शहादत खां अपने तीन साथियों के साथ गैंग चलाता है। अंजनी गांव का राहुल (25) भी तस्करी में सक्रिय है, जिसकी साथी शांति कुमारी झारखंड की रहने वाली है। बदायूं जिले का महावीर अपने तीन साथियों के साथ बरेली में धंधा फैलाए हुए है। राजेंद्रपाल नाम का तस्कर छह साथियों के साथ गैंगबाजी करता है, जिसमें हरिद्वार और झारखंड तक के अपराधी जुड़े हैं। फतेहगंज पश्चिमी का मोनिश, इज्जतनगर का अखिल विश्वकर्मा और बिथरी चैनपुर का नौबत यादव भी अपने-अपने गिरोह के साथ पुलिस की निगरानी सूची में आ गए हैं। सबसे चर्चित नाम बारादरी इलाके का असगर अली उर्फ गुड्डू है, जो अपनी पत्नी नूरी और अन्य साथियों के साथ तस्करी का बड़ा नेटवर्क चला रहा था। पुलिस ने इन आठों गैंगों को डी-251/25 से डी-258/25 तक पंजीकृत किया है। हिस्ट्रीशीट खोली जा चुकी है और जल्द ही इन पर गैंगस्टर एक्ट के तहत शिकंजा कसा जाएगा। पुलिस का दावा है कि इस कार्रवाई से नशे के कारोबार पर बड़ा असर पड़ेगा।