*महिला के लिए मसीहा बने शारिक अब्बासी, हिंदुस्तानी पसमांदा मंच के प्रदेश महासचिव ने की ब्लड की व्यवस्था

बिहारीपुर मेंमरान निवासी हुस्नआ को बच्चे के जन्म के लिए ब्लड की सख्त जरूरत थी, लेकिन उनके पति जाहिद मियां के पास ब्लड खरीदने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं थे। ऐसे में हिंदुस्तानी पसमांदा मंच के प्रदेश महासचिव शारिक अब्बासी और उनकी टीम उनके लिए मसीहा बनकर सामने आए।कल सुबह 10 बजे शारिक को एक फोन कॉल आया, जिसमें हुस्नआ को ब्लड उपलब्ध कराने की गुहार लगाई गई। शारिक और उनकी टीम ने तुरंत सक्रियता दिखाई और जिला अस्पताल में भर्ती हुस्नआ के लिए ब्लड का इंतजाम किया। ब्लड उपलब्ध कराने के बाद हुस्नआ की स्थिति स्थिर हो गई और वह अब स्वस्थ हैं। जाहिद मियां ने मीडिया को बताया कि उनकी पत्नी को बच्चे के जन्म के लिए ब्लड की जरूरत थी और शारिक अब्बासी की मदद से यह संभव हो सका। उन्होंने और उनके परिवार ने शारिक अब्बासी व मोहम्मद तारिक कुरैशी और उनकी पूरी टीम को दिल से दुआएं दीं।हिंदुस्तानी पसमांदा मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमशाद मीर ने हमेशा यह निर्देश दिया है कि जरूरतमंद की मदद के लिए मंच और उसकी टीम हर समय तैयार रहे। शारिक अब्बासी, जो भाजपा पूर्वी मंडल शक्ति केंद्र के संयोजक भी हैं, ने इस घटना से एक बार फिर साबित कर दिया कि सामाजिक कार्यों में उनकी प्रतिबद्धता अटूट है। यह घटना न केवल हिंदुस्तानी पसमांदा मंच के प्रदेश महासचिव शारिक अब्बासी व महानगर अध्यक्ष मोहम्मद तारिक कुरैशी और उनकी टीम के मानवीय प्रयासों को दर्शाती है, बल्कि समाज में एकता और सहयोग की मिसाल भी पेश करती है।