जिला अस्पताल में विधायक प्रतिनिधि के कार्य शैली पर उठ रहे सवाल, मरमत के नाम पर लाखों का खेला जारी सूत्र क्या जिला अस्पताल में प्रतिनिधि अब ठेकेदारी में मगन है लोगो के स्वास्थ की चिंता नहीं ?

बैकुंठपुर। विधायक प्रतिनिधि का जिला अस्पताल में मुख्य कार्य यह सुनिश्चित करना होता है कि वह अस्पताल में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलें, बुनियादी सुविधाओं और संसाधनों की उपलब्धता हो, और नियमों के अनुसार काम हो, वे रोगी कल्याण समिति के माध्यम से मरीजों की प्रतिक्रिया लेते हैं, सुविधाओं में सुधार के लिए सुझाव देते हैं और स्वास्थ्य कार्यक्रमों के आयोजन में सहायता करते हैं, जिससे गरीबों व वंचितों तक भी सेवाएं पहुँच सकें।

लेकिन जिला अस्पताल बैकुंठपुर में विधायक प्रतिनिधि के कुछ लोग द्वारा अब केवल मरमत के नाम पर आए दिन बिल लगा कर राशि निकालने में लगे है देखा जाए तो प्रतिनिधि अब शासन सत्ता का भरपूर फायदा उठाने में लगे है जिला अस्पताल में पदस्थ सह मुख्य चिकित्सा अधिकारी पर राजनीति व विधायक का खास बता कर दबाव की स्थिति बनाई जा रही है जिसके कारण संभव हो रहा है क्या इन सब की जानकारी विधायक को है अगर हैं अब तक कोई उचित निर्णय क्यों नहीं लिया गया जिला अस्पताल में विधायक प्रतिनिधि को ले कर कई तरह की बाते भी सामने आ रही है अगर बात की जाए तो मरमत कार्य के लगाए गए सभी बिलों की संक्षिप्त जांच कराई जाए तो आकड़ा लाखों से ऊपर भी जा सकता है ।

विधायक प्रतिनिधि के कार्य:

निरीक्षण और निगरानी:

अस्पताल का नियमित औचक निरीक्षण कर व्यवस्था की जांच करते हैं और किसी भी लापरवाही या कमी पाए जाने पर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश कर सकते हैं।

सुविधाओं की उपलब्धता:

यह सुनिश्चित करते हैं कि अस्पताल में आवश्यक मशीनरी, उपकरण और दवाएं उपलब्ध हों और वे ठीक से काम कर रही हों।

रोगी कल्याण:

फीडबैक तंत्र: मरीजों से फीडबैक लेने और उस पर उचित कार्रवाई करने के लिए तंत्र विकसित करते हैं।

जागरूकता अभियान: मरीजों और उनके परिवारों को उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में जागरूक करने के लिए अभियान चलाते हैं।

बुनियादी ढांचे का विकास:

अस्पताल के भवन के रखरखाव, विस्तार और कुशल प्रबंधन में सहायता करते हैं, ताकि सुविधाओं का समुचित उपयोग हो सके।

स्वास्थ्य कार्यक्रमों का आयोजन:

राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों को आयोजित करने में सुविधा प्रदान करते हैं, जिससे लोगों को स्वास्थ्य लाभ मिल सके।

समन्वय और भागीदारी:

अस्पताल के रखरखाव और सफाई के लिए धार्मिक और सामुदायिक संगठनों की भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास करते हैं।

नीतिगत कार्य:

रोगी कल्याण समिति की शासी निकाय के माध्यम से व्यापक नीतियों के निर्माण और निरीक्षण में योगदान देते हैं नियमों का क्या विधायक प्रतिनिधि ध्यान में रख कर कार्य किया जाता है जिला अस्पताल में पहुंचे मरीजों द्वारा पर्ची से संबंधित हो या उपचार कराने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है वहीं घंटों जिला अस्पताल में रहने के बाद बड़ी मुश्किलों से उपचार हो पाता है।