आज देशभर में भाई-बहन के स्नेह का पर्व रक्षाबंधन, इस बार नहीं रहेगा भद्रा का साया

आज पूरे देशभर में रक्षाबंधन का पवित्र त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस बार का रक्षाबंधन खास है, क्योंकि इस वर्ष भद्रा का साया नहीं रहेगा। ऐसे में सुबह से लेकर पूरे दिन तक राखी बांधी जा सकती है। शुभ मुहूर्त की बात करें तो राखी बांधने के लिए तीन प्रमुख समय मिल रहे हैं सुबह से लेकर 9 बजे तक, दोपहर 1 बजकर 30 मिनट से 4 बजकर 30 मिनट तक और शाम 6 बजे से 7 बजकर 30 मिनट तक।

शास्त्रों के अनुसार रक्षाबंधन पर भाई की कलाई में राखी तभी बांधनी चाहिए जब भद्राकाल न हो। भद्राकाल के दौरान किसी भी तरह का शुभ कार्य वर्जित माना गया है। भद्रारहित समय में राखी बांधने से भाई को कार्यसिद्धि और विजय प्राप्त होती है। इस बार ऐसा दुर्लभ संयोग बना है कि रक्षाबंधन के दिन ना तो भद्रा रहेगी और ना ही पंचक का प्रभाव होगा।

हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार श्रावण माह की पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 8 अगस्त को दोपहर 2 बजकर 12 मिनट से हुआ था, जो 9 अगस्त को दोपहर 1 बजकर 24 मिनट तक रहेगा। उदया तिथि के आधार पर रक्षाबंधन आज मनाया जा रहा है। इस दिन श्रावणी पूर्णिमा के साथ यज्ञोपवीत संस्कार और ब्राह्मणों के उपाकर्म जैसे धार्मिक अनुष्ठान भी होते हैं।

राखी बांधने का शुभ समय आज सुबह 5 बजकर 47 मिनट से प्रारंभ हो चुका है, जो दोपहर 1 बजकर 24 मिनट तक रहेगा। हालांकि सुबह 9 बजकर 7 मिनट से 10 बजकर 47 मिनट तक राहुकाल रहेगा, जिसे शुभ कार्यों के लिए टालना उचित माना जाता है। इसके अलावा दोपहर 1 बजकर 30 मिनट से 4 बजकर 30 मिनट तक और शाम 6 बजे से 7 बजकर 30 मिनट तक भी राखी बांधने का अच्छा समय है।

रक्षाबंधन के दिन बहनें भाई की कलाई पर राखी बांधकर, आरती उतारकर उसकी लंबी उम्र, सुख-समृद्धि और उज्ज्वल भविष्य की कामना करती हैं। भाई बदले में बहन को उपहार देकर उसकी रक्षा का वचन देता है। यह त्योहार नन्हे-नन्हे धागों में छिपे प्रेम, विश्वास और सुरक्षा के बंधन का प्रतीक है, जो रिश्तों में मिठास और अपनापन घोल देता है।