बिना टेंडर और गैरकानूनी रूप से कैंटीन संचालित करवा रहे रोडवेज के अधिकारी


मसूदाबाद और सैटलाइट बस स्टैंड पर हो रहा है अनाधिकृत संचालन

अलीगढ़। परिवहन निगम अलीगढ़ के मुखिया के विरुद्ध विजिलेंस की जांच चर्चा का विषय बनी हुई है, जिसमें भ्रष्टाचार को लेकर शिकायत सबसे प्रमुख हैं, और कई मामले सामने भी आ रहे हैं। जिसके चलते लगातार परिवहन निगम की छवि धूमिल हो रही है , लेकिन संबंधित निगम के अधिकारी इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं, उन्हें सिर्फ अपनी जेब भरने से मतलब रह गया है। अलीगढ़ परिवहन निगम के मसूदाबाद और सैटलाइट बस स्टैंड पर संचालित हो रही कैंटीन और दुकानों में बड़ा घोटाला किया जा रहा है, जिसमें बिना टेंडर उठे ही रिन्यूअल के नाम पर सैटलाइट बस स्टैंड पर कैंटीन को संचालित करने का आदेश कर दिया गया है। इसके अलावा मसूदाबाद बस स्टैंड पर जिस कैंटीन के लिए पक्की दुकान निश्चित है उसके कैंटीन को उस दुकान में ना संचालित करके बस अड्डे के गेट के बाहरी भाग पर संचालित किया जा रहा है। इससे पहले टेंडर खत्म होने के बाद भी सैटलाइट बस स्टैंड पर कैंटीन को संचालित किया जा रहा था, जो कि पानी और चाय की स्टॉल पर संचालित हो रही थी। कुल मिलाकर रोडवेज अधिकारियों की मनमानियों के चलते असंवैधानिक और अनाधिकृत कार्य लगातार परवान चढ़ रहे हैं , जिसमें अधिकारियों और दुकानदारों की बल्ले बल्ले हो रही है। वहीं दूसरी ओर संचालित हो रही इन अवैध कैंटीन और स्टॉल पर मुसाफिरों को दुगुने और बड़े हुए दाम में सामान दिया जाता है और जो यात्री इसका विरोध करता है उसके साथ मारपीट करने में जरा सी भी देरी नहीं की जाती है। कुछ मामलों में पहले भी इन अवैध कैंटीन पर अराजक तत्त्व इक्कठे रहने की बात सामने आ चुकी है, जिसको लेकर थाना बन्ना देवी में एफआईआर भी दर्ज की जा चुकी है।