भारतीय किसान यूनियन ने डलमऊ तहसील में दिया धरना,समस्याओं से निस्तारण के लिए नायब तहसीलदार ने दिया तीन दिन का समय

डलमऊ,रायबरेली।भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियो ने डलमऊ ब्लॉक परिसर में मंगलवार को लगभग 3 घंटे तक धरने पर बैठकर अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।लेकिन मौके पर अधिकारीयों के न पहुंचने पर नाराज भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियो ने भारी संख्या में तहसील परिसर पहुंचकर जोरदार धरना प्रदर्शन किया।इस दरम्यान लालगंज नायब तहसीलदार शिवम सिंह राठौर के पहुंचने पर किसानो की समस्याओं को निस्तारण करने के लिए 3 दिनो का आश्वासन दिया गया।इसके बाद भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी ने तीन दिन का समय देते हुए कहा कि अगर तीन दिन के अंदर सारी समस्याओं का निराकरण नहीं होता तो इससे बड़ा भी धरना प्रदर्शन होगा।भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियो ने बताया कि डलमऊ तहसील में तहसीलदार द्वारा समस्त ग्राम सभा में भू माफियाओं से साठगांठ कर सरकारी सुरक्षित जमीनों पर अवैध रूप से मोटी रकम लेकर कब्जा कराया जा रहा है और जब भू माफियाओं की शिकायत हमारे संगठन के द्वारा तहसील प्रशासन से की जाती है तो संगठन द्वारा की गई शिकायतों का संज्ञान नहीं लिया जाता है।तहसीलदार द्वारा भू माफिया का पक्ष लेते हुए उनको खुली छूट दे दी जाती है और उन भू माफियाओं द्वारा संगठन के पदाधिकारी को धमकाया जाता है।तहसील में भू माफियाओं द्वारा सुरक्षित जमीनों पर किये गए अवैध कब्जे तत्काल आदेश पारित करते हुए खाली कराए जाएं वही उत्तर प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव राजस्व उत्तर प्रदेश के द्वारा सशक्त आदेश दिया गया है।खतौनी की त्रुटियों का गांव-गांव चौपाल लगाकर त्रुटियों को दूर किया जाए।लेकिन गांव गांव चौपाल लगाकर त्रुटियों को दूर करने की बात तो दूर उल्टे तहसील में ही किसानों की बात नहीं सुनी जाती है।किसानों की खतौनी में तहसील कर्मियों द्वारा फसली वर्ष फीडिंग में गलत नाम व गाटा संख्या व हिस्सा फीड किया गया है।डलमऊ तहसील में धारा 24 के वादों में एसडीएम न्यायालय द्वारा किए गए आदेशों की फाइल का संज्ञान राजस्व निरीक्षक द्वारा नहीं लिया जाता,इतना ही नहीं न्यायालय में विचाराधीन वसीयतों के मामलों को तत्काल निस्तारित किया जाए मुकदमा दाखिल करने के पश्चात तहसीलदार द्वारा कहा जाता है कि तुम्हारा वाद हमारे यहां नहीं है। डलमऊ तहसील की समस्त ग्राम सभा में मृतक किसानों की वरासत आज भी विचाराधीन है।उनकी वरासत अति शीघ्र कराई जाए।डलमऊ तहसील में जहां एक तरफ तहसीलदार सरकारी सुरक्षित जमीनों पर अवैध रूप से भूमाफियाओं को कब्जा करवा रहे हैं और दूसरी तरफ खनन माफियाओं को खुली छूट दे रखी है।जिससे क्षेत्र में अवैध खनन हो रहा है।सरकार द्वारा स्वामित्व योजना के अंतर्गत बनाई गई घरौनियों में संपूर्ण घरौनिया नहीं आई है।उनमें भी त्रुटियां हैं। उनको तहसील परिसर में अलग काउंटर बनाकर उनकी त्रुटियो का निस्तारण करवाया जाए।एसडीएम के आदेशों उपरांत भी तहसीलदार कानूनगो व हल्का लेखपाल द्वारा आदेशों के पालन में विभिन्न प्रकार के बहाने बनाकर किसानों का उत्पीड़न और दोहन करते हैं।आईजीआरएस मुख्यमंत्री हेल्पलाइन आदि द्वारा शिकायत करने के पश्चात कानूनगो व हल्का लेखपाल द्वारा गलत जानकारियां दी जाती हैं।तहसील में गंगा एक्सप्रेसवे द्वारा तहसील की समस्त सड़कों व रास्तों को नष्ट कर दिए गए हैं।उनको गड्ढा मुक्त किया जाए। तहसील के समस्त ग्राम सभा में आवारा जानवरों से किसानों की फैसले नष्ट हो रही हैं।जिन्हें पकड़ कर गौशाला में सुरक्षित किया जाए।उच्च अधिकारियों द्वारा समय-समय पर गौशालयों की जांच कर उन्हें समुचित प्रबंध कराए जाएं नहीं तो उनके चारे पानी के उचित व्यवस्था न कर गौशाला वाले स्वयं उनको छोड़ देते हैं।इस मौके पर संतोष चौधरी राजेंद्र यादव कुंवर बहादुर राम प्रसाद अजमेर सिंह जितेंद्र गांधी राम सजीवन विश्वकर्मा सहित सैकड़ो लोग मौजूद रहे।