आरएम रोडवेज के द्वारा दिया गया लॉलीपॉप कर्मचारियों के लिए अब  बना जी का जंजाल


अलीगढ़ । अलीगढ़ के उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में 19 मई को हुए चक्का जाम के बाद यूनियन ,कर्मचारी और अधिकारियों के बीच हुई वार्ता में जिन तथ्यों पर बात तय की गई थी, उसके बाद भी अभी तक उन मांगों में से एक भी मांग पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है। मामला कुल मिलाकर नोएडा का था, जहां पर अलीगढ़ से नोएडा के लिए चल रही प्राइवेट बसों के स्टाफ के द्वारा अलीगढ़ के रोडवेज बस स्टाफ से मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया था। जिसको लेकर अलीगढ़ के परिवहन निगम कर्मचारियों ने 19 मई को चक्का जाम कर दिया था, जो कि करीब 18 घंटे तक चला था। सभी अधिकारियों से कर्मचारियों की वार्ता और बिंदु तय होने के बाद ही चक्का जाम खोला गया था, जिसमें एक शर्त यह भी थी कि चक्का जाम में शामिल किसी भी कर्मचारी के विरुद्ध कोई भी कार्रवाई नहीं की जाएगी। लेकिन उसके बाद भी कमाई के साधन जुटाने के चलते किसी न किसी कर्मचारी को इधर से उधर किया जा रहा है, या फिर कारण बताओं नोटिस दिया जा रहा है। इस मामले की शिकायत संयुक्त संघर्ष मोर्चा परिवहन निगम अलीगढ़ ने जिलाधिकारी अलीगढ़ से की है एवं अन्य उच्च स्तरीय परिवहन निगम अधिकारियों को भी भेजी गई है। आपको बता दें कि अलीगढ़ से नोएडा के लिए चलने वाली प्राइवेट डग्गामार बसों के चलते रोडवेज परिचालक से मारपीट करने के बाद यह धरना प्रदर्शन शुरू हुआ था, जिसमें कर्मचारियों के द्वारा छह मांगे रखी गई थी, जिनमें से एक भी मांग अभी तक पूरी नहीं की गई है, और तो और आरटीओ कार्यालय एवं परिवहन निगम के बस अड्डे के सामने से लगातार डग्गेमारी को अंजाम दिया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर कर्मचारियों को और ज्यादा प्रताड़ित करना शुरू कर दिया गया है, जिसकी शिकायत कर्मचारियों ने डीएम अलीगढ़ एवं परिवहन निगम के उच्च अधिकारियों से की है।